रेंडम आधार पर किया जायेगा डाटा का परीक्षण
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में मैनुअल रिपोर्टिंग की व्यवस्था को समाप्त करते हुए ऑनलाइन रिपोर्टिंग करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में प्रदेश के समस्त अपर निदेशक , मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश भेज दिए गए है।
उल्लेखनीय है कि शासन ने चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के समस्त कार्यक्रमों की समीक्षा पेपरलेस रिपोर्टिंग के तहत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। लेकिन पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़ों की गुणवत्ता ठीक न होने पर शासन ने इसका संज्ञान लिया और तत्काल इस व्यवस्था को दुरुस्त करने के सख्त निर्देश जारी किए हैं।
जारी प्रपत्र के अनुसार वेब पोर्टल पर उपलब्ध कराये जाने वाले आंकड़ों की गुणवत्ता के लिए प्रत्येक माह फीड किए गए डाटा का परीक्षण रेंडम आधार पर किया जाएगा। इसके लिए सात जनपदों का चयन होगा। इन जनपदों का चयन मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा किया जाएगा। परीक्षण टीम में महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं व महानिदेशक, परिवार कल्याण तथा उ0प्र0 तकनीकी सहयोग इकाई के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाएगा। ऑनलाइन फीड किए गए आंकड़ों की गुणवत्ता परीक्षण टीम के द्वारा डाटा फीडिंग में वास्तविकता से भिन्नता पाये जाने पर, इसे गम्भीरता से लेकर संबंधित कार्यालयाध्यक्षों का उत्तरदायित्व निर्धारित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।