लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्व विद्यालय केजीएमयू में टीबी के इलाज के लिए चलाये जा रहे आरएनटीसीपी कार्यक्रम के लिए गठित कोर कमेटी की सोमवार को एक बैठक हुई। इस बैठक में जहां टीबी के बारे में बताया गया वहीं कुलपति द्वारा सभी विभागों के लिए टीबी नोटिफिकेशन जारी करने का प्रस्ताव भी पारित हुआ।
कोर कमेटी की बैठक में प्रस्ताव पारित
यह जानकारी केजीएमयू की कोर कमेटी के नोडल ऑफिसर डॉ अजय कुमार वर्मा ने देेते हुए बताया कि बैठक में विभिन्न विभागों के लोगों द्वारा भाग लिया गया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश में क्षय नियंत्रण के लिए गठित टास्क फोस के चेयरमैन डॉ सूर्यकांत ने बताया कि पूरे विश्व के 27 प्रतिशत टीबी रोगी भारत वर्ष में हैं व प्रतिवर्ष 5 लाख लोग इस बीमारी से मर रहे हैं। इस बीमारी का समुचित उपचार और नोटिफिकेशन आवश्यक है। डॉ अजय कुमार वर्मा ने फेफड़े की टीबी के जांच व उपचार के बारे में बताया, डॉ दर्शन बजाज ने फेफड़े के अतिरिक्त अन्य अंगों टीबी के बारे में तथा डॉ सारिका ने बच्चों की टीबी की जांच व उपचार के बारे में बताया।
डॉ सूर्यकांत ने सुझाव दिया कि केजएमयू के प्रत्येक क्लीनिकल विभाग में एक स्वयंसेवी की नियुक्ति हो। उन्होंने कहा कि टीबी के प्रत्येक रोगी, चाहे वह सरकार के कार्यक्रम के तहत दवा ले रहा हो अथवा अपनी स्वयं दवा ले रहा हो, का नोटिफिकेशन होना जरूरी है। इस अवसर पर डॉ सूर्यकांत ने कोर कमेटी के सभी सदस्यों को टीबी के निदान के लिए मार्गदर्शिका चार्ट तथा नोटिफिकेशन फॉर्म उपलब्ध कराये।