राज्यमंत्री स्वाती सिंह ने आज नर्सिंग दिवस पर नर्सिंग के छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि नर्स के कार्य में मानवीयता की भावना होना जरूरी है। सेवा और मरीज को स्वस्थ देखने की कामना रखना नर्सिंग शिक्षा का मूल तत्व है। सेवा-भाव से की गयी परिचर्या किसी भी मरीज को शीघ्र स्वस्थ कर देती है।
श्रीमती स्वाती सिंह ने कहा कि नर्सिंग मरीज की रात-दिन सेवा से जुड़ा कार्य है। गम्भीर स्वास्थ्य समस्या के मरीजों का जीवन कभी-कभी चिकित्सक के कार्य के उपरान्त नर्सों की बेहतर देख-भाल पर ही आकर टिक जाता है, इसीलिए नर्सों को बेहद आत्मीयता से सिस्टर कहकर बुलाया जाता है। उन्होंने कहा कि गाॅंवों के दूरस्थ क्षेत्रों में नर्सिंग कार्यों से जुड़े लोगों पर चिकित्सा संबंधी कार्यों की बड़ी जिम्मेदारी होती है। ऐसे में नर्सिंग प्रशिक्षण देना और लेना दोनों ही महत्वपूर्ण है। नर्सों में सेवा की भावना प्रशिक्षण के समय ही प्रमुखता से पैदा की जानी चाहिए।
राज्यमंत्री बाराबंकी के एक निजी नर्सिंग होम में ए0एन0एम0, जी0एन0एम0 तथा बी0एस0सी0 नर्सिंग के छात्र-छात्राओं को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को मेहनत से प्रषिक्षण प्राप्त करके लगन एवं मानवता के साथ मरीजों की सेवा-कार्य में रत होने हेतु अपनी शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में इन्स्टीट्यूट के प्रबंधन से जुड़े सदस्य तथा बड़ी संख्या में छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे।