-संजय गांधी पीजीआई में ‘एथिक्स एंड कोविड-19 मैनेजमेंट’ विषय पर चर्चा का आयोजन
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। वर्तमान समय में चल रहा वैश्विक महामारी कोविड-19 से सभी जूझ रहे हैं, इनमें आम जनता से लेकर चिकित्सा कर्मी सभी शामिल हैं, इसके प्रति सभी के अंदर भय भी बहुत ज्यादा है। चूंकि उपचार और देखभाल की जिम्मेदारी डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्स व अन्य सभी चिकित्सा कर्मियों की होती है, ऐसे में इसके प्रति फैला डर कहीं मरीज के उपचार या उससे व्यवहार में बाधक न बन जाये, इसे दूर रखने के लिए एक चर्चा का आयोजन किया गया।
शनिवार को आयोजित हुई इस चर्चा के बारे में एथिक्स कमेटी की प्रमुख डॉ विनीता अग्रवाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना की पहल पर वर्तमान समय में चल रही कोरोना महामारी के दौर में नैतिक जिम्मेदारी के साथ अस्पताल में आने वाले मरीजों को, हेल्थ वर्कर्स को तथा जनसमुदाय को इससे बचाने के लिए अपनाये जाने वाले कदमों को पर तीसरी बार ‘एथिक्स एंड कोविड-19 मैनेजमेंट’ विषय पर चर्चा का आयोजन संजय गांधी पीजीआई में किया गया। संस्थान के निदेशक प्रो आरके धीमन के नेतृत्व में जूम ऐप पर ऑनलाइन आयोजित इस चर्चा में एसजीपीजीआई के साथ ही यूपी के 52 मेडिकल कॉलेज के 275 लोगों ने हिस्सा लिया।
ज्ञात हो चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने पिछले दिनों इस बात पर जोर दिया था कि इस महामारी के काल में चिकित्सा कर्मियों की यह जिम्मेदारी बन जाती है कि सकारात्मक भावना के साथ अपने कार्य को करना है साथ ही अपने को सुरक्षित रखते हुए यह सुनिश्चित करना है कि किस तरह कार्य किया जाये कि मरीज को सुरक्षा देते हुए उसका इलाज प्रभावित न हो। खासतौर से इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के उपचार में इस बात का बहुत महत्व है।
इस चर्चा की शुरुआत प्रो आरके धीमन द्वारा सभी भाग लेने वालों के स्वागत करते हुई, एक्जीक्यूटिव रजिस्ट्रार प्रो सोनिया नित्यानंद ने चर्चा के विषय में संक्षिप्त जानकारी देते हुए कार्यक्रम का उद्देश्य बताया।
कन्सल्टेंट डॉ ओपी संजीव ने कोविड से हुई मृत्यु के बाद शव को किस तरह हैंडल किया जाये जिससे संक्रमण भी बचा रहे और शव का अपमान भी न हो। ज्ञात हो कई बार ऐसा देखा गया है कि लोगों में इस कदर डर फैला हुआ है कि परिजन शव लेने से ही इनकार कर देते हैं। यहां तक कि शव का अंतिम संस्कार भी नगर निगम के लोगों द्वारा किया जाता है। कन्सल्टेंट डॉ रजनीश के सिंह ने अस्पताल परिसर में हेल्थ केयर वर्कर्स को संक्रमण से बचने और बचाने की नैतिक जिम्मेदारी कैसे निभायें, इस बारे में जानकारी दी। कन्सल्टेंट डॉ प्रेरणा कपूर द्वारा हेल्थ केयर वर्कर्स जनसमुदाय को कोविड संक्रमण फैलने से रोकने के बारे में अपनी नैतिक जिम्मेदारी कैसे निभायें, इसकी जानकारी दी गयी।
रेजीडेंट डॉ मुदित खुराना द्वारा इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को संक्रमण से बचाते हुए उनकी देखभाल कैसे की जाये, इसके बारे में बताया जबकि नर्स ब्रदर राम नरेश द्वारा आईसोलेशन में रहने वाले कोविड मरीजों के साथ नर्सिंग स्टाफ को संक्रमण से बचते हुए किस तरह कार्य करना है, इस बारे में जानकारी दी। संचालन की जिम्मेदारी निभा रही डॉ विनीता अग्रवाल ने इस सम्बन्ध में लोगों द्वारा पूछे गये सवालों का जवाब देकर उनकी जिज्ञासायें शांत कीं।