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ITRC ने बच्चों को दिखाया डीएनए आइसोलेशन, अणु और मिलावटी सामानों की जांच का तरीका

सीएसआईआर-भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान ने देश भर के 25 क्षेत्रों के केन्द्रीय विद्यालय के  बच्चों को दिखाईं संस्थान की गतिविधियाँ

 

लखनऊ. बच्चों की विज्ञान के प्रति रुचि बढ़े, वे भी बड़े होकर वैज्ञानिक बनने का रास्ता चुने, इसके लिए सीएसआईआर-भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान, लखनऊ (ITRC) कार्यक्रम आयोजित करता रहता है. इसी क्रम में बीती 17 अप्रैल को विद्यालय छात्रों के लिए एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में ITRC ने डीएनए आइसोलेशन, अणु, रसायनों जैसी चीजों को नजदीक से न सिर्फ दिखाया बल्कि उसके बारे में जानकारी भी दी.

यह जानकारी देते हुए संस्थान की ओर से बताया गया कि यह सीएसआईआर जिज्ञासा कार्यक्रम का एक भाग था जिसका उद्देश्य केन्द्रीय विद्यालय (केवी) संगठन के छात्रों को सीएसआईआर प्रयोगशालाओं में हो रहे अनुसंधान से अवगत करना और उनमे वैज्ञानिक चेतना जागृत करना है। इस कार्यक्रम में देश भर के 25 क्षेत्रों से केवी स्कूलों के 227 छात्रों, 41 अध्यापकों और 8 प्रधानाचार्यों ने भाग लिया। निदेशक, सीएसआईआर-आईआईटीआर प्रोफेसर आलोक धावन ने छात्रों को विज्ञान के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाने के लिए प्रेरणात्मक विचारों से संबोधित करते हुए बताया कि वह ट्रांसलेशनल शोध के द्वारा समाज के लाभ के लिए कार्य करें।

 

संस्थान की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ॰ पूनम कक्कड, डॉ॰ डी के चौधरी, डॉ॰ देवेन्द्र परमार, डॉ॰ के सी खुल्बे और डॉ॰ आर.सी. मूर्ति ने छात्रों के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र किया और छात्रों की जिज्ञासा पूर्ण प्रश्नों का उत्तर दिया। डॉ॰ पार्थासारथी ने छात्रों को संबोधित किया और सीएसआईआर जिज्ञासा कार्यक्रम के बारे में बताया जो स्कूल के बच्चों में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने के लिए प्रारम्भ किया गया है। छात्रों और शिक्षकों ने उन्नत इमेजिंग सुविधा, कम्प्यूटेशनल टॉक्सिकोलॉजी सुविधा, ट्रांसलेशनल सुविधा, आणविक जीव विज्ञान सुविधा को देखा और संस्थान के वैज्ञानिकों और शोध छात्रों के साथ बातचीत की। छात्रों को डीएनए आइसोलेशन,  अणुओं और रसायनों को देखने, तेल, दूध और अन्य रोज़ उपभोक्ता उत्पादों में मिलावट / प्रदूषण का पता लगाने की विधियों को देखने और समझने का अनुभव प्राप्त हुआ।

 

ये सभी छात्र बच्चों के लिए आयोजित केवीएस 45 वें जवाहरलाल नेहरु राष्ट्रीय विज्ञान संस्थान, गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी का भाग थे जिसका उदघाटन 16 अप्रैल को आईआईटी-कानपुर में प्रोफेसर आलोक धावन ने मुख्य अतिथि के रूप में किया था। इस अवसर पर प्रोफेसर धावन ने सीएसआईआर-आईआईटीआर द्वारा आयोजित आगामी कार्यक्रमों की भी घोषणा की जिसमे स्कूली छात्रों के लिए 24 अप्रैल को “बी ए साइंटिस्ट” पर एक दिन का कार्यक्रम और मई 2018 को इनोवेशन प्रतियोगिता “एम्पावरिंग प्युपिल्स इनोवेशन एंड क्रिएटिविटी -एपिक- (EPIC) 2018” आयोजित किये जाने की जानकारी दी.

 

 

 

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