-बलरामपुर अस्पताल में एआईपीआईएफ के सहयोग से आयोजित शिविर में 51 लोगों ने किया रक्तदान
सेहत टाइम्स
बलरामपुर अस्पताल में शुक्रवार को ऑल इंडिया पयामे इंसानियत फोरम (एआईपीआईएफ) के सहयोग से स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाया गया। इसमें 51 लोगों ने रक्तदान किया। शिविर का शुभारंभ स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डॉ. लिली सिंह ने किया।
अस्पताल के ब्लड बैंक में आयोजित शिविर में डॉ लिली सिंह ने कहा कि खून की एक बूंद जरूरतमंद मरीज की जिंदगी बचा सकती है, इसलिए सभी को नियमित रक्तदान करना चाहिए। इस नेक काम में युवाओं को आगे आने की जरूरत है। रक्तदान सेहत को नुकसान पहुंचाने के बजाए फायदेमंद है। यह लोगों की गलत धारणा हैं कि रक्तदान से कमजोरी आती है, दूसरी बीमारियां घेर सकती हैं।
अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने कहा कि खून का कोई दूसरा विकल्प नहीं है। इसकी कमी को नियमित स्वैच्छिक रक्तदान से ही पूरा किया जा सकता है। हम समय-समय पर रक्तदान कर गंभीर मरीजों की जान बचा सकते हैं। उन्होंने बताया कि शिविर में जुटाया गया खून कैंसर, गर्भवती महिलाओं और गुर्दे के मरीजों की जिंदगी बचाने के काम आएगा।
बताया जाता है कि एआईपीआईएफ 2016 से प्रतिवर्ष रक्तदान शिविर लगाती आ रही है और हर वर्ष करीब 150 यूनिट ब्लड दान करती है। इन दानकर्ताओं में अधिकतर नदवा विश्वविद्यालय के अध्यापक व छात्र शामिल हैं।
इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी, पैथोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. अरविन्द प्रसाद, लैब टेक्नीशियन सुनील कुमार, फार्मासिस्ट रजत यादव, कपिल वर्मा, सर्वेश पाटिल समेत अन्य डॉक्टर-कर्मचारी मौजूद रहे।