-विधि मंत्रालय ने सरकार से की है उम्र के अनुसार यौन शिक्षा की सिफारिश
-आईएमए में आयोजित सीएमई में डॉ निरुपमा मिश्रा ने दी महत्वपूर्ण जानकारी
सेहत टाइम्स
लखनऊ। अब समय आ गया है कि यौन शिक्षा भारत में भी दी जानी आवश्यक हो गयी है, यह सही है कि इसे व्यवहार में लाना इतना आसान नहीं है, लेकिन सब को साथ लेकर कोशिश की जाये तो इतना मुश्किल भी नहीं होगा। आंकड़े बताते हैं कि समुचित यौन शिक्षा से STD और AIDS जैसी बीमारियों की दर किशोर-किशोरियो में आधी हुई है। इसलिए इस दिशा में माता पिता, टीचर्स, मीडिया, धार्मिक नेता, डाक्टरों, सभी को समुचित जानकारी उपलब्ध कराई जाये जिससे वे आने वाली पीढ़ी का सही मार्गदर्शन कर उन्हें किशोरावस्था की समस्याओं से निजात दिलाने में मददगार हो।
यह बात राजेश्वरी हेल्थ केयर लखनऊ की डायरेक्टर डॉ निरुपमा मिश्रा ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की लखनऊ शाखा द्वारा यहां रिवर बैंक कॉलोनी स्थित आईएमए भवन में 15 अक्टूबर को आयोजित स्टेट लेवल रीफ्रेशर कार्यक्रम (सीएमई) में वक्ता के तौर पर कही। उन्होंने कहा कि विश्व भर में सबसे ज्यादा किशोरियों में प्रेग्नेंसी व यौन अपराध अमेरिका में दर्ज है। वहां के 84% अभिभावकों का मानना है कि समुचित यौन शिक्षा ही इसका उपाय है। वहीं भारत में भी यह समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इसी को देखते हुए पिछले दिनों विधि मंत्रालय ने उम्र के अनुसार यौन शिक्षा की सिफारिश सरकार से की है।
इस अवसर पर उन्होंने किशोर-किशोरियों में यौन शिक्षा के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं पर भी चर्चा की, जिसे उपस्थित चिकित्सकों द्वारा सराहा गया।