-सम्राट विक्रमादित्य भवन, स्कूल के नवनिर्मित कक्ष, नये नाम के साथ होम्योपैथिक अस्पताल का लोकार्पण
-18 वर्ष पूर्व शुरू किये सेवा कार्य के प्रेरणास्रोतों को याद किया डॉ गिरीश गुप्ता ने
सेहत टाइम्स
लखनऊ। नाम से ज्यादा काम पर फोकस करने के चलते समाज सेवा के लिए 18 वर्ष पूर्व निर्मित भवन को अब तक कोई नाम नहीं मिल सका था, अंतत: बालिग होने के बाद भवन को एक नाम मिल ही गया। हम बात कर रहे हैं यहां मडि़यांव थाने के पीछे गायत्री नगर, रामलीला ग्राउंड के पास स्थित होम्योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन द्वारा वर्ष 2007 में बनवाये गये भवन की। भारत के प्रतापी राजा के नाम पर हुए नामकरण के बाद इस सम्राट विक्रमादित्य भवन का उद्घाटन आज 14 जून को एक सादे परन्तु उत्साह भरे माहौल में हुआ। इस भवन में समाज सेवा के पांच प्रोजेक्ट धर्मार्थ होम्योपैथिक चिकित्सालय, गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट स्कूल, रोटरी सीमा प्रेरणा सिलाई स्कूल, सरस्वती डेंटल कॉलेज ग्रामीण सेटेलाइट सेंटर और सम्राट विक्रमादित्य कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र का संचालन हो रहा है। आज सम्राट विक्रमादित्य भवन के उद्घाटन के अतिरिक्त यहां संचालित किये जा रहे होम्योपैथिक चिकित्सालय का नये नाम पद्मश्री डॉ एससी राय मेमोरियल धर्मार्थ होम्योपैथिक चिकित्सालय कर उसका उद्घाटन तथा गोल्डेन फ्यूचर ट्रस्ट स्कूल के नवनिर्मित कक्ष का उद्घाटन भी किया गया। इस समारोह की अध्यक्षता व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजेन्द्र अग्रवाल ने की तथा मुख्य अतिथि स्वामी कौशिक चैतन्य एवं विशिष्ट अतिथि सुधीर हलवासिया व आरआर इंस्टीट्यूट के चेयरमैन अनिल अग्रवाल थे। स्वामी कौशिक चैतन्य ने हॉल का उद्घाटन फीता काटकर नहीं, बल्कि फीते का फूल बनाकर उसे चिपका कर किया।

स्वामी कौशिक चैतन्य के मार्गदर्शन में सम्पन्न विधिवत पूजा-पाठ के साथ ही दीप प्रज्ज्वलन कर समारोह की शुरुआत की गयी। साथ ही सम्राट विक्रमादित्य एवं दिवंगत हो चुके पद्मश्री डॉ एससी राय के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी। स्वामी कौशिक चैतन्य ने भगवान वामन और राजा बली की कहानी सुनाते हुए कहा कि वामन से विराट होने की जो कल्पना है वह भारतीय संस्कृति के रूप में दिखायी देती है। यही एक छोटा सा विराट रूप यहां देखने को मिल रहा है, एक छोटे से भवन में पांच व्यापक और विराट सामाजिक कार्य किये जा रहे हैं, मैं अपनी बहुत सारी शुभकामनाएं देता हूं।
होम्योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ गिरीश गुप्ता ने आये हुए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने व अपनी पत्नी के मन में जगी समाजसेवा की भावना के बाद इस भवन की उत्पत्ति से लेकर एक-एक करके यहां शुरू हुए पांचों प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनके मन में समाज सेवा का बीज भारत विकास परिषद के पीएल राही ने रोपा और उससे उत्पन्न पौधे को खाद-पानी पद्मश्री डॉ एससी राय ने दिया। उन्होंने बताया कि कैसे तपती दोपहरी में प्यासे रहकर, जिससे टॉयलेट जाने की जरूरत न पड़े (आसपास टॉयलेट की सुविधा न होेने के कारण) खड़े होकर भवन बनवाने में उनकी पत्नी सीमा गुप्ता ने अपनी भूमिका निभायी। उन्होंने बताया कि 2007 मे भवन बनने के बाद इसमें संचालित होने वाले प्रथम सामाजिक सेवा धर्मार्थ होम्योपैथिक चिकित्सालय का उद्घाटन तत्कालीन मेयर डॉ दिनेश चंद्र शर्मा ने डॉ एससी राय की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में किया था। इसके बाद दूसरी सामाजिक सेवा स्कूल जाने से वंचित बच्चों को साक्षर करने के उद्देश्य से 31 मई, 2008 को स्कूल के उद्घाटन से शुरू हुई, भारत ज्योति संस्था के सहयोग से भारत ज्योति धर्मार्थ शिक्षा केन्द्र की शुरुआत हुई, इसका उद्घाटन तत्कालीन विधायक विद्यासागर गुप्ता द्वारा किया गया था। बच्चों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 2016 में भवन के प्रथम तल का निर्माण कराया गया। इसके बाद तीसरी सामाजिक सेवा के रूप में वंचित वर्ग की महिलाओं को सिलाई सिखाने के उद्देश्य से कंट्री वूमेन्स ऑफ इंडिया की अध्यक्ष इन्द्राणी बसु की पहल पर रोटरी सीमा सिलाई स्कूल की शुरुआत हो गयी, सीखने के लिए रोटरी द्वारा छह सिलाई मशीनें दी गयीं। यहां से सीखने के बाद करीब 250 से 300 महिलाएं अपना बुटीक चला कर अपने पैरों पर खड़ी हैं।
डॉ गिरीश ने बताया कि इसके बाद यहां संचालित होने वाली चौथी सेवा 2021 में शुरू हुई, इसके तहत रोटरी क्लब ऑफ इलीट के रोटेरियन अजय सक्सेना की पहल पर सरस्वती डेंटल कॉलेज के चेयरमैन डॉ रजत माथुर ने यहां अपने कॉलेज का ग्रामीण सेटेलाइट सेंटर (दांतों की क्लीनिक) प्रारम्भ करने पर सहमति दी। सप्ताह में एक दिन गुरुवार को डॉ पल्लवी के नेतृत्व में यहां टीम आती है, और मरीजों को देखती है, चिकित्सा करती है। उन्होंने बताया कि इसके बाद यहां चल रही पांचवीं सामाजिक सेवा पिछले वर्ष शुरू हुई, इसके तहत नौकरी रोजगार में आवश्यकता बन चुके कम्प्यूटर का ज्ञान जरूरतमंदों को देने के लिए नव वर्ष चेतना समिति की संरक्षक रेखा त्रिपाठी और महासचिव डॉ सुनील कुमार अग्रवाल की पहल पर सम्राट विक्रमादित्य कम्प्यूटर प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की गयी। जुलाई 2024 में इसका उद्घाटन आरआर इंस्टीट्यूट के चेयरमैन अनिल अग्रवाल और व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजेन्द्र अग्रवाल ने किया था। डॉ गिरीश ने बताया कि 1000 स्क्वॉयर फीट पर बने इस भवन में चल रहे प्रोजेक्ट के सफल संचालन के लिए समय का निर्धारण विशेष समायोजन के साथ किया गया है। जैसे सिलाई सिखाने वाले प्रशिक्षण केंद्र का समय होम्योपैथिक चिकित्सालय के समय के बाद रखा गया है, कम्प्यूटर प्रशिक्षण केंद्र का समय अलग है।
डॉ गिरीश ने कहा कि यहां चल रहे गोल्डेन फ्यूचर ट्रस्ट स्कूल के संचालक शोभित नारायण अग्रवाल का योगदान काबिलेतारीफ रहा है। उन्होेंने कहा कि बीती अक्टूबर 2024 में भारत ज्योति संस्था द्वारा स्कूल संचालन करने में असमर्थता दिखाने के बाद स्कूल का संचालन स्वयं आगे बढ़कर शोभित नारायण अग्रवाल ने सम्भाला, उनके संचालन सम्भालने के बाद से स्कूल की गुणवत्ता में गुणात्मक परिवर्तन आया है, इसे समझने के लिए यही काफी है कि इसमें जितना सुधार, जितनी प्रगति 16 वर्षों में नहीं हुई थी, उतनी प्रगति कुछ महीने में ही हो चुकी है। उन्होंने बताया कि भवन की दूसरी मंजिल पर बने इस हॉल के निर्माण में शोभित की महत्वपूर्ण भूमिका है, जिनकी पहल पर यहां के जयपुरिया स्कूल ने अपने स्कूल का फर्नीचर तथा अन्य सामान उपलब्ध कराया है। इसके अलावा हॉल के निर्माण में एसपी मित्तल ने आर्थिक सहयोग तथा अभिषेक अग्रवाल ने बनवाने में अपना सहयोग किया है। इस मौके पर शोभित नारायण अग्रवाल ने गोल्डेन फ्यूचर ट्रस्ट स्कूल के बारे में, बच्चों के बारे में अनेक जानकारियां दीं साथ ही मंच संचालन की भूमिका का भी निर्वहन किया।
होम्योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन के संयुुक्त सचिव डॉ गौरांग गुप्ता ने मुख्य अतिथि स्वामी कौशिक चैतन्य को दुपट्टा ओढ़ाकर सम्मानित किया। सभा में क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ अंजली गुप्ता, अध्यापिका रचना मिश्रा, हॉल निर्माण में सहयोग देने वाले अभिषेक अग्रवाल की मां पद्मिनी अग्रवाल, धर्मार्थ होम्योपैथिक चिकित्सालय के मुख्य सूत्रधार, भारत विकास परिषद के मदनलाल अग्रवाल, स्कूल का संचालन करने वाले भारत विकास परिषद परमहंस शाखा के अध्यक्ष राजेश गोयल ने भी अपने विचार रखे। इस मौके पर होम्योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन के उपाध्यक्ष सुमीत तिवारी व डॉ रंजना द्विवेदी, कोषाध्यक्ष सीमा गुप्ता, संयुक्त सचिव डॉ गौरांग गुप्ता, नव वर्ष चेतना समिति की संरक्षक रेखा त्रिपाठी, महासचिव डॉ सुनील कुमार अग्रवाल, रो अजय सक्सेना, मदनलाल अग्रवाल, नव वर्ष चेतना समिति की बाराबंकी इकाई के संयोजक राम स्वरूप यादव, डेंटल सर्जन डॉ पल्लवी, सुषमा गर्ग, एसके त्रिपाठी, नव वर्ष चेतना समिति की प्रियंका सिंह, दिवंगत पद्मश्री डॉ एससी राय के पुत्र संदीप राय, पुत्री डॉ वंदना राय सहित अनेक लोग उपस्थित रहे। इस मौके पर बच्चों को गिफ्ट भी दिये गये।
