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बेटियां नहीं बचाओगे, तो बहू कहां से लाओगे ?

‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ अभियान के तहत लॉग्‍स ने आयोजित किया वाक  

लखनऊ। लखनऊ ऑब्‍स व गायनी सोसाइटी (लॉग्‍स) की ओर से ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ अभियान के तहत वाक का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्‍य अतिथि के रूप में मेयर संयुक्‍ता भाटिया शामिल हुईं। उन्‍होंने अपने सम्‍बोधन में कहा कि आज बेटियों का समाज में बहुत बड़ा स्‍थान है, बेटियों की मदद से सरकारें चल रही हैं। उन्‍होंने कहा कि इस अभियान को घर-घर पहुंचाने की जरूरत है क्‍योंकि जब तक हर महिला जागरूक नहीं होगी तब तक इस अभियान के सकारात्‍मक परिणाम सामने नहीं आयेंगे।

 

निराला नगर स्थित सरस्‍वती शिशु मंदिर में बुधवार को आयोजित हुए इस कार्यक्रम में शामिल लॉग्‍स की उपाध्‍यक्ष डॉ गीता खन्‍ना ने कहा कि बेटियों को बचाने की आवश्‍यकता है क्‍योंकि जब बेटियां ही नहीं होंगी तो बहू कहां से मिलेगी। किसी के घर की बेटी ही आपके घर की बहू बनी है। उन्‍होंने कहा कि बांझपन को मां बनने में आड़े नहीं आने देना अब नयी-नयी टेक्‍नोलॉजी से सम्‍भव हो चुका है। आईवीएफ, आईयूआई जैसी विधियों से संतान से वंचित लोगों को संतान का सुख मिल रहा है। उन्‍होंने कहा कि पहले दवाओं की मदद से संतान प्राप्‍त करने की कोशिश करनी चाहिये, अगर उससे बात न बने तो आईवीएफ तकनीक सबसे अधिक कारगर है।

 

इस वाक में अनेक वरिष्‍ठ महिला चिकित्‍सकों सहित बड़ी संख्‍या में महिलाओं ने भी भाग लिया। कार्यक्रम में महिलाओं को स्‍वस्‍थ रहने के लिए अनेक बीमारियों से निपटने की भी जानकारी दी गयी। कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिला चिकित्‍सकों में डॉ चंद्रावती, डॉ रुखसाना खान, डॉ उर्मिला सिंह, डॉ मंजू शुक्‍ला, डॉ विनीता दास, डॉ साहनी, डॉ इंदू टंडन, डॉ गीता खन्‍ना, डॉ द्विवेदी, डॉ यशोधरा प्रदीप, डॉ हेमप्रभा गुप्‍ता, लॉग्‍स की अध्‍यक्ष डॉ उमा सिंह, सचिव डॉ प्रीती कुमार, डॉ कविता बंसल, डॉ तृप्ति बंसल सहित अनेक महिला चिकित्‍सक मौजूद रहीं।