-केजीएमयू की डॉट्स, डॉट्स प्लस की कोर कमेटी की बैठक सम्पन्न
-डॉ सूर्यकान्त ने कहा, पीएम का सपना पूरा करने में कसर नहीं छोड़ेंगे
सेहत टाइम्स
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के.जी.एम.यू. के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल (डा0) बिपिन पुरी ने अपील करते हुए लखनऊ को आगामी दिसम्बर 2023 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। कुलपति ने यह आह्वान आज आयोजित के.जी.एम.यू की डॉट्स, डॉट्स प्लस की कोर कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए किया। उन्होंने यह भी कहा कि केजीएमयू का रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग टीबी उन्मूलन के लिए प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों को सहयोग एवं दिशा प्रदान करेगा। ज्ञात हो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2025 तक पूरे भारत को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है।
कोर कमेटी की बैठक में नेशनल टास्क फोर्स के चैयरमैन डा0 ए के भारद्वाज, स्टेट टी.बी. ऑफिसर डा0 संतोष गुप्ता, डब्ल्यूएचओ कन्सलटेन्ट- डा0 अपर्णा राय चौधरी, डा0 सृष्टि दीक्षित के साथ ही के.जी.एम.यू. के डा0 आर. के. दीक्षित, (फार्मोकालाजी), मेडिसिन विभाग के डा0 एस. सी. चौधरी और डा0 अम्बुज यादव, डा0 वीरेन्द्र सिंह (ईएनटी), डा0 नीरज कुमार (न्यूरोलॉजी), डा0 सारिका गुप्ता (पीडियाट्रिक्स), डा0 एन एस कुशवाहा, (ऑर्थोपेडिक), डॉ संजीव कुमार (सर्जरी) एवं रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के डॉ0 सन्तोष कुमार, डा0 अजय कुमार वर्मा, डा0 दर्शन कुमार बजाज एवं डा0 ज्योति बाजपेई सम्मिलित हुए।
बैठक में रेस्पिरेटरी मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डा0 सूर्यकान्त ने टी.बी. उन्मूलन में विभाग द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यों जैसे- गाँव अर्जुन पुर व मलिन बस्ती ऐसबाग, लखनऊ एवं टी.बी. रोग से पीड़ित 52 बच्चों को गोद लेना, विभिन्न माध्यमों से टी.बी. के प्रति लोगों को जागरूक करना आदि की जानकारी दी। इस मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि कुलपति के मार्गदर्शन में डा0 सूर्यकान्त पूरे प्रदेश को टी0बी0 मुक्त बनाने में अपना योगदान देंगें। डॉ सूर्यकान्त, जो उ0प्र0 स्टेट टास्क फोर्स (क्षय उन्मूलन) के चेयरमैन भी हैं, ने कहा कि हम प्रदेश के सभी क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देंगें जिससे कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के टी.बी. मुक्त भारत के सपने को साकार कर सकें।