-संजय गांधी पीजीआई में भर्ती हुई थीं 18 जुलाई को
-राज्यपाल–मुख्यमंत्री सहित अनेक मंत्रियों ने जताया दुख
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण का कोविड बीमारी के चलते आज 2 अगस्त को सुबह निधन हो गया। वे 18 जुलाई को संजय गांधी पीजीआई में भर्ती हुई थीं। बीती 19 जुलाई को टेस्ट कोरोना पॉजिटिव आया था। कमल रानी के निधन पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य मंत्रियों आदि ने गहरा शोक जताया है। उत्तर प्रदेश में राजकीय शोक की घोषणा की गयी है।
राज्यपाल ने कहा कि वे लोकसभा के सदस्य के रूप में काफी सक्रिय रहीं। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना एवं सहानुभूति व्यक्त की।
एसजीपीजीआई के निदेशक डॉ आरके धीमन की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि 62 वर्षीय कमल रानी बुखार, खांसी और सांस की तकलीफ के साथ 18 जुलाई को COVID पॉजिटिव पाए जाने के बाद संस्थान के कोविड हॉस्पिटल में भर्ती हुई थी। उन्हें डायबिटीज मेलिटस, उच्च रक्तचाप और हाइपोथायरायडिज्म के रूप में कॉमरेडिडिटी भी थी। डॉ धीमन द्वारा बताया गया है कि जब उन्हें भर्ती किया गया उस समय उन्हें बायलेटरल निमोनिया था और उच्च ऑक्सीजन की आवश्यकता के कारण उसी दिन ही आईसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया था। उन्हें रेमेडीसेविर के साथ ही दूसरी दवायें भी दी गयीं जिससे उनकी स्थिति में कुछ दिनों के लिए क्षणिक सुधार हुआ। इसके बाद उन्हें प्लाज्मा भी चढ़ाया गया। साथ ही एम्स दिल्ली के निदेशक प्रो रणदीप गुलेरिया तथा पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के प्रो रितेश अग्रवाल से भी सलाह ली गयी थी। उन्हें पहली अगस्त को मैकेनिकल वेंटिलेटर पर रखा गया था, लेकिन उनकी हालत हाइपोटेंशन और मल्टीऑर्गन डिसफंक्शन के साथ बिगड़ती रही, काफी कोशिश के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका और आज रविवार को सुबह 9 बजकर 20 मिनट पर पर उनकी मृत्यु हो गई।