-धूमधाम से मनाया गया डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का दूसरा स्थापना दिवस
सेहत टाइम्स
लखनऊ। नारायण हॉस्पिटल, बंगलुरु के संस्थापक अध्यक्ष प्रख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ पद्म भूषण डॉ देवी शेट्टी ने कहा है कि उनका सपना है कि भारत दुनिया का पहला देश बने जो कम से कम लागत में बेहतर स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता सुनिश्चित करे। उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार की कोविड संकट को बेहतर ढंग से संभालने की प्रशंसा की। उन्होंने कहा की उत्तर प्रदेश भारत का पहला ऐसा राज्य है जिसमें सबसे अधिक वाइब्रेंट हॉस्पिटल मौजूद हैं। ज्ञात हो वाइब्रेंट हॉस्पिटल एक ऐसे अस्पताल को कहते हैं जो 100 बेड से अधिक की क्षमता रखता हो और साथ ही शैक्षणिक संस्था के रूप में भी योगदान देता हो।
डॉ देवी शेट्टी ने यह बात शुक्रवार को यहां गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के स्थापना दिवस के मुख्य समारोह में कही। उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि हर एक सरकारी अस्पताल को एक वाइब्रेंट हॉस्पिटल के रूप में विकसित कर देश की स्वास्थ्य व्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया जाये।
उन्होंने देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को बदलने में सरकारी संस्थानों के महत्वपूर्ण योगदान दे सकने की क्षमता रखने की बात भी कही।
उन्होंने देश में मलेरिया टीबी और एचआईवी जैसी बीमारियों की समस्या पर भी बात की। इसके साथ ही डॉ शेट्टी ने सर्जरी के संबंध में बदलाव की आवश्यकता भी जाहिर की और कहा कि कंपाउंड फ्रैक्चर, सी सेक्शन और अपेंडिक्स के ऑपरेशन के क्षेत्र में और बेहतर कार्य करने की जरूरत है।
उन्होंने बेहतर सर्जरी के अभाव में होने वाली मैटरनल मोर्टालिटी रेट के विषय पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हमारे देश के हालात बांग्लादेश और कई अफ़्रीकी देशों से भी बदतर हैं। डॉ शेट्टी ने नए उद्यमियों से भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था को कम से कम लागत में बेहतर बनाने के सुझावों के साथ आने का आह्वान भी किया। उन्होंने देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने में नर्सेज के महत्वपूर्ण योगदान पर भी चर्चा की।
डॉ शेट्टी ने कहा कि खाद्य इंडस्ट्री के बाद मेडिकल सप्लाई की इंडस्ट्री पूरी दुनिया में सबसे बड़ी है, इतनी बड़ी इंडस्ट्री डॉक्टर, नर्स और टेक्निशियंस के योगदान के बिना चल पाना संभव नहीं है। डॉ शेट्टी ने भारतीय मूल के अमेरिकी डॉक्टरों के अमेरिका की स्वास्थ्य व्यवस्था में बेहतरीन योगदान पर भी चर्चा की।
नमो का पालन करते हुए समाज सेवा की भावना रखें नवयुवक
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने सम्बोधन में कहा कि उनकी ऐसी कामना है कि सभी लोग स्वस्थ और तंदुरुस्त हों और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए जो भी आवश्यकता हो उनको बेहतर ढंग से उपलब्ध हो सके।
राज्यपाल ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाले नवयुवकों में नमो का पालन करते हुए समाज की सेवा करने की भावना होनी चाहिए। श्रीमती पटेल ने उत्तर प्रदेश में माताओं, बच्चों व बहनों के स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के बेहतर प्रदर्शन की संभावनाओं पर आशा व्यक्त की। उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर भी चर्चा की और कहा कि राज्य में जगह-जगह महिलाओं और बेटियों के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चलाकर स्थितियों को और बेहतर किया जा सकता है।
राज्यपाल ने आरएमएल यूनिवर्सिटी के सभी छात्रों और फैकल्टी को बेहतर प्रदर्शन करते हुए NAAC में बेहतर रैंकिंग प्राप्त करने की शुभकामनाएं भी दीं। राज्यपाल ने मातृभाषा में स्वास्थ्य की शिक्षा मिलने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
उपमुख्यमंत्री, चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, मातृ एवं बाल कल्याण बृजेश पाठक ने संस्थान की त्वरित प्रगति और रोगियों की सेवा में इसके योगदान के लिए डॉक्टरों और प्रबंधन की प्रशंसा की।
निदेशक प्रो सोनिया नित्यानंद ने आपातकालीन मामलों के लिए 800-1000 बेड वाला अस्पताल स्थापित करने की योजना के बात की। उन्होंने प्रत्यारोपण कार्य का विस्तार करने की योजना, एमबीबीएस की सीटें 150 से बढ़कर 200 करने की बात भी कही। स्टाफ और छात्रों के लिए इनडोर खेल परिसर की योजना, पीजी सीटों में वृद्धि और बढ़ती जरूरतों के लिए सभागार का निर्माण करने की बात भी कही।
डॉ अजितेश प्रकाश जैन ने डॉ देवी प्रसाद शेट्टी को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार, चिकित्सा संकाय सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।