लखनऊ। क्या आप जानते हैं कि निर्बाध रूप से सेक्स पुरुषों को प्रोस्टेट ग्लैंड बढऩे की बीमारी बीपीएच (बिनाइन प्रोस्टेटिक हाईपरप्लैसिया) के खतरे से बचा सकता है। इसकी वजह निर्बाध गति से वीर्य स्खलन होना है।
यह बात किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्व विद्यालय केजीएमयू के प्रो.विनोद जैन ने ‘सेहत टाइम्स’ के साथ एक विशेष वार्ता में कही। उन्होंने बताया कि शोध में पाया गया है कि निर्बाध गति से सेक्स करने के परिणामस्वरूप जब वीर्य का स्खलन फ्रीक्वेंट होता है तो शरीर में बनने वाला वीर्य प्रोस्टेट ग्लैंड में जमा नहीं हो पाता है ऐसे में इसके बढऩे की संभावना भी नहीं रहती है। उन्होंने बताया कि निर्बाध गति से वीर्य शरीर के बाहर निकल जाने से जहरीले पदार्थ भी शरीर से निकलते रहते हैं।
जितनी उम्र उतने प्रतिशत होने की संभावना
डॉ जैन ने बताया कि भारत वर्ष में पुरुषों में बीपीएच यानी प्रोस्टेट ग्लैंड बढऩे की बीमारी की शुरुआत 35 वर्ष से हो जाती है जो कि 50 वर्ष की आयु तक कम तथा 50 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों में यह ज्यादा पायी जाती है। डॉ जैन ने बताया कि मोटे तौर पर अगर देखा जाये तो पुरुष की जितनी उम्र होती है बीपीएच होने की संभावना भी उतने ही प्रतिशत ज्यादा होती है। उदाहरण के तौर पर यदि व्यक्ति की उम्र 50 वर्ष है तो उसमें बीपीएच होने की संभावना भी 50 प्रतिशत होगी यदि उम्र 70 वर्ष है तो संभावना का प्रतिशत भी 70 होगा।
पेशाब के संक्रमण से ऐसे बचें
डॉ जैन ने एक और महत्वपूर्ण सलाह देते हुए कहा कि स्त्री और पुरुष दोनों को ही सेक्स करने के बाद पेशाब जरूर कर लेना चाहिये इससे अनेक प्रकार के मूत्र संक्रमण से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि विशेषकर स्त्री को इसका खतरा ज्यादा होता है क्योंकि शरीर की प्राकृतिक बनावट के चलते मूत्र द्वार के पास ही मल द्वार होने के कारण कई बार पुरुष और स्त्री मूत्र संक्रमण के शिकार हो जाते हैं।