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विद्यालयों में न तो कम्‍प्‍यूटर हैं न ही शिक्षक,  कैसे बनेगा डिजिटल इंडिया ?

लम्‍बे समय से लम्बित मांगों को लेकर शिक्षकों ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन

लखनऊ। उप्रमाशिसं के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम की शृंखला में प्रदेश के शिक्षकों की समस्याओं एवं संगठन की लम्बित माँगों के सम्बन्ध में सरकार की उदासीनता, वादाखिलाफी से नाराज शिक्षकों ने आज एक बैठक की। जिसकी अध्‍यक्षता संगठन के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार मिश्रा ने की इसके बाद जिलाधिकारी लखनऊ के माध्यम से सूबे के मुखिया को शिक्षकों की लम्बित समस्याओं से सम्बन्धित ज्ञापन प्रेषित किया।

शिक्षक साथियों को सम्बोधित करते हुए संगठन के प्रदेशमंत्री/प्रवक्ता डॉ महेन्द्र नाथ राय ने कहा कि संगठन लम्बे अरसे से प्रदेश के शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण के लिए अनेकों आंदोलन कर चुका है, किन्तु दुर्भाग्यवश शिक्षकों की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। उनके निराकरण के बजाए सरकार और उनके आला अफसरानों की ओर से मात्र आश्वासन ही शिक्षक साथियों को मिलता रहा है, जिसे संगठन अब बर्दाश्त नहीं कर सकता है।

डॉ राय ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार देश को डिजि‍टल इंडिया बनाना चाहते हैं, जो कि आधुनिक तकनीकी एवं कम्प्यूटर शिक्षा से ही सम्भव होगा, किन्तु विद्यालयों में कम्प्यूटर शिक्षा के लिए न तो शिक्षक हैं और न ही उपकरण। ऐसे में डिजिटल इंडिया का सरकार केवल सपना ही देख सकती है। इसलिए कम्प्यूटर अनुदेशकों को वापस विद्यालयों में भेजने की व्यवस्था एवं राजकोष से कम से कम 15 हजार रूपये मानदेय प्रति माह देने की व्यवस्था सरकार को अविलम्ब करना चाहिए।

सभा को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष श्री मिश्रा ने कहा कि नवीन पेंशन योजना एक भयानक बीमारी है इसे तत्काल समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना को पुनः लागू किया जाना चाहिए। श्री मिश्रा ने कहा कि जब विधायकों व सांसदों को पुरानी पेंशन का लाभ मिल रहा है, तो शिक्षकों व कर्मचारियों को क्यों नहीं दिया जा सकता ? जिस प्रकार राज्य कर्मचारियों को चिकित्सा सुविधा मुहैया करायी जा रही है उसी प्रकार माध्यमिक शिक्षकों एवं कर्मचारियों को भी कैशलेस चिकित्सा सुविधा प्रदान की जानी चाहिए। श्री मिश्रा ने कहा कि शायद सरकार को ऐसा लगता है कि सिर्फ राज्य कर्मचारी ही बीमार पड़ते हैं और माध्यमिक शिक्षक व कर्मचारी कभी बीमार नहीं पड़ते हैं।

जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते समय संगठन के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य निर्मल कुमार श्रीवास्तव, मण्डलीय मंत्री सुशील कुमार पाण्डेय, जिलाध्यक्ष विनोद कुमार मिश्र, जिलामंत्री राजकुमार गौतम भूपेश, अभिषेक श्रीवास्तव, सरोज त्रिपाठी, बदरूज्जमा सिद्दीकी, अंशुल यादव, प्रवेश चन्द्र मौर्या, प्रज्ञा श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में शिक्षक साथी उपस्थित रहे।