केजीएमयू के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग ने आयोजित की सीएमई
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। जीबी सिंड्रोम, मल्टीपल माइलोमा ट्रीटमेंट, टीटीपी, इन्फ्लामेटरी बाउल डिजीज जैसे एंटी बॉडीज से ग्रस्त मरीज के उपचार में प्रयोग होने वाली तकनीक Therapeutic Apheresis पर केजीएमयू में शनिवार को एक सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) का आयोजन किया गया।
केजीएमयू के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग द्वारा आयोजित “Apheresis: Indications and Procedures” विषय पर हुई इस सीएमई का उद्देश्य केजीएमयू में किफायती दर पर Therapeutic Apheresis तकनीक से इलाज के बारे में चिकित्सकों को अपडेट करना था।
सीएमई कार्यक्रम का उद्घाटन चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एमएलबी भट्ट ने किया। इस अवसर पर उन्होंने ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग द्वारा नवीन चिकित्सा सुविधाओं के संचालन को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि इस विधि के माध्यम से बहुत से मरीजों को इसका लाभ प्राप्त होगा।
इस अवसर पर ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ तूलिका चंद्रा ने बताया कि यह सीएमई शैक्षिक उत्थान के साथ-साथ मरीजों की चिकित्सा के लिए नए आयाम स्थापित करेगी। कार्यक्रम में बाल रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ शैली अवस्थी, क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अविनाश अग्रवाल, मेडिसिन विभाग के डॉ डी हिमांशु तथा मेडिकल डायरेक्टर डॉ राजेश देशपाण्डे द्वारा व्याख्यान दिया गया।