मथुरा की घटना, विवाह के बाद का था पहला करवा चौथ
लखनऊ। पत्नियां करवा चौथ के व्रत को लेकर बहुत उत्साहित रहती हैं लेकिन अगर स्वास्थ्य साथ न दे तो अनेक बार मजबूरी हो जाती है, ऐसा कहा भी गया है कि बीमार और वृद्धों को इस तरह के पूजा-पाठ, नियम पालन से छूट रहती है। कुछ ऐसा ही हुआ मथुरा में एक महिला के साथ बीमारी की वजह से उसने करवा चौथ का व्रत करने में मजबूरी दिखायी लेकिन उसका यह निर्णय उसके पति को इतना खराब लगा कि उसने फांसी लगाकर जान दे दी।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में शनिवार को करवा चौथ के दिन एक गांव में बीमार पत्नी ने व्रत रखने में लाचारी जताई तो पति ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। जानकारी के मुताबिक, वृन्दावन कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत जैंत पुलिस चैकी के गांव मघेरा निवासी पेशे से टेलर दीना उर्फ दिनेश ने केवल इसी बात पर सीलिंग फैन में रस्सी बांधकर फांसी लगा ली क्योंकि उसकी बीमार पत्नी ने करवा चौथ का व्रत रखने में असमर्थता जताई थी।
बताया जाता है कि करवा चौथ के दिन ये घटना जैंत चौकी के गांव मघेरा में सुबह को तकरीबन आठ बजे की है। गांव निवासी दीपचंद के बेटे दीना उर्फ दिनेश का विवाह इसी साल हुआ था। पहला करवाचौथ था इसलिए घर में तैयारियां भी चल रही थीं। जानकारी के मुताबिक, शनिवार को घर में सभी महिलाओं ने व्रत रखा लेकिन दिनेश की पत्नी पायल ने व्रत नहीं रखा। जब दिनेश को पता चला तो उसने पत्नी से पूछा तो उसने कह दिया कि तबीयत ठीक नहीं है। इसे लेकर दोनों में विवाद भी हो गया।
झगड़ा करने के बाद दिनेश अपने कमरे में चला गया और कूलर और टीवी चलाकर दरवाजा अंदर से बंद कर दिया और रस्सी का फंदा बनाकर पंखे पर लटककर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. काफी देर बाद कमरे से न निकलने पर परिजनों को चिंता हुई. दरवाजा तोड़कर देखा, तो दिनेश पंखे से लटका हुआ था। आनन-फानन में पंखे से उतारकर पास के अस्पताल ले गये जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने खुदकुशी का मामला मानते हुए कोई शिकायत न मिलने तक कार्रवाई से इनकार किया है।