-11 दिसम्बर को अपरान्ह 3 बजे बीएमटी यूनिट का उद्घाटन करेंगी कुलाधिपति राज्यपाल
-कैंसर और अन्य रक्त संबंधी रोगों से ग्रस्त गरीब मरीजों के लिए बड़ा सहारा बनेगी यूनिट
-एबीसीएफ से मिले ₹2.76 करोड़, एक और यूनिट के लिए ₹3.25 करोड़ और देने का वादा

सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय केजीएमयू में अत्याधुनिक उपकरणों के साथ एक बार फिर बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) यूनिट की शुरुआत हो रही है, आदित्य बिड़ला कैपिटल फाउंडेशन से मिले ₹2.76 करोड़ के सीएसआर फंड से स्थापित इस यूनिट का लोकार्पण 11 दिसम्बर को अपरान्ह 3 बजे आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि केजीएमयू की कुलाधिपति राज्यपाल आनंदी बेन पटेल करेंगी, समारोह में विभागीय मंत्री का भी दायित्व निभा रहे उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक तथा विभागीय राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह के अलावा यूनिट स्थापना के लिए फंड देने वाली आदित्य बिड़ला कैपिटल फाउंडेशन की चेयरपर्सन राजश्री बिड़ला को भी आमंत्रित किया गया है।
इस सम्बन्ध में जानकारी केजीएमयू के ब्राउन हॉल में आज 10 दिसम्बर को आयोजित प्रेस वार्ता में कुलपति हेमोटोलॉजिस्ट पद्मश्री प्रो सोनिया नित्यानंद ने दी। ज्ञात हो पूर्व में शुरू हुई बीएमटी यूनिट पिछले लगभग दो साल से बंद चल रही है। अब इस नयी अत्याधुनिक यूनिट के प्रारम्भ होने से ब्लड कैंसर व अन्य रक्त की बीमारियों से ग्रस्त मरीज बोन मैरो प्रत्यारोपण के लिए दूसरे अस्पतालों में जाने के लिए मजबूर नहीं होंगे।
प्रो. नित्यानंद ने बताया कि इस अत्याधुनिक बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट को आदित्य बिड़ला कैपिटल फाउंडेशन के CSR सपोर्ट से फंड मिला है। इस यूनिट में HEPA-फिल्टर वाले स्टेराइल कमरे हैं, जो कमजोर इम्यून सिस्टम वाले मरीजों की सुरक्षा के लिए बहुत ज़रूरी हैं।
उन्होंने बताया कि यह प्रोजेक्ट KGMU, आदित्य बिड़ला कैपिटल और टेक्निकल पार्टनर के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते के तहत स्थापित किया गया है, और इसे आदित्य बिड़ला के CSR फंड से ₹2.76 करोड़ की लागत से विकसित किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि आदित्य बिड़ला ग्रुप ने बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट के फेज-II विस्तार के लिए ₹3.25 करोड़ के अतिरिक्त CSR ग्रांट के साथ सपोर्ट करने पर सहमति जताई है। दूसरे फेज का काम जल्द ही शुरू होगा।
प्रो सोनिया नित्यानंद ने कहा कि इस सुविधा से, KGMU में बोन मैरो ट्रांसप्लांट सेवाएं अब और ज़्यादा सुलभ और सस्ती हो जाएंगी, खासकर उन मरीजों के लिए जो प्राइवेट अस्पतालों में इलाज का ज़्यादा खर्च नहीं उठा सकते। उन्होंने कहा कि KGMU अब गरीब मरीजों और विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं के तहत आने वाले सभी लाभार्थियों को BMT सेवाएं दे पाएगा। इस परियोजना में KidsCan NGO ने प्रमुख सहयोगी संस्थान (facilitating agency) के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। नवनिर्मित यूनिट में 8 बेड हैं, जो सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हैं। यह यूनिट उत्तर प्रदेश एवं आस-पास के राज्यों से आने वाले रक्त संबंधी गंभीर बीमारियों जैसे—ब्लड कैंसर आदि से ग्रसित आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी, जिन्हें बोन मैरो ट्रांसप्लांट की आवश्यकता होती है।
ज्ञात हो प्रो सोनिया नित्यानंद ने संजय गांधी पीजीआई में भी बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट की शुरुआत की थी। केजीएमयू की कुलपति बनने के बाद अपने प्रशासनिक दायित्वों के साथ ही अपनी विशेषज्ञता से मरीजों के उपचार में भी प्रो सोनिया अपना योगदान दे रही हैं और नये ओपीडी भवन में संचालित विभाग की ओपीडी में बैठकर मरीजों को देखती हैं।
आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुलपति के साथ ही डीन नर्सिंग व केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ केेके सिंह, डॉ शैलेन्द्र, डॉ रश्मि कुशवाहा, डॉ भास्कर अग्रवाल, डॉ निशी सिंह और डॉ मेधावी गौतम भी उपस्थित थे।

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