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प्रतिभा को चाहिये अवसर : ‘स्वागत गीत’ के साथ ही बच्चों ने सुनाया ‘वेलकम सॉन्ग’ भी

-होम्योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन की वंचितों को साक्षर करने की मुहीम छूने लगी है नये आयाम

-गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट स्कूल में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित हुए रंगारंग कार्यक्रम

सेहत टाइम्स

लखनऊ। यहां मडि़यांव में गायत्री नगर स्थित होम्योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन भवन के ओमप्रकाश तिवारी मेमोरियल हॉल में होम्योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन और गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट द्वारा संचालित गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट स्कूल में गणतंत्र दिवस की 75वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर आज 25 जनवरी को एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि आईएमआरटी के चेयरमैन देशराज बंसल ने अन्य गेस्ट व होस्ट के साथ दीप प्रज्ज्वलित किया। उन्होंने बच्चों की पढ़ाई के प्रति लगन की प्रशंसा करते हुए उन्हें जीवन में आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया, साथ ही इस प्रकार का स्कूल चलाने के लिए होम्योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन व गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट को भी साधुवाद दिया। कार्यक्रम के संचालन का दायित्व सम्भाल रहे गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट के शोभित अग्रवाल ने आये हुए सभी अतिथियों का स्वागत पुष्पों से किया। उत्साह से लबरेज बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम पेश करते हुए अपनी कविताएं, गीत, नृत्य से कार्यक्रम में शामिल अतिथियों व अन्य उपस्थित लोगों से जमकर प्रशंसा बटोरी। आधुनिक शिक्षा के अनुकूल शिक्षित किये जा रहे इन बच्चों ने साबित कर दिया कि अवसर मिले तो वे भी किसी भी चीज को सीखने में सक्षम हैं, इन बच्चों ने जहां हिन्दी में स्वागत गीत गाया वहीं अंग्रेजी मेंं वेलकम सॉन्ग भी उतनी ही बेहतर तरीके से गाया। इन बच्चों ने साक्षरता पर आधारित एक लघु नाटिका भी पेश की।

ज्ञात हो समाज के वंचित व गरीब परिवारों के बच्चों को शिक्षित करने के उद्देश्य से वर्ष 2009 में स्थापित इस स्कूल में लगभग 100 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। कार्यक्रम में वन तारा ग्रुप के प्रदीप प्रथम और प्रशान्त त्रिपाठी ने हिन्दी, अंग्रेजी, गणित आदि की पुस्तकें भेंट कीं। वन तारा ग्रुप की इन पुस्तकों की खासियत बताते हुए प्रदीप प्रथम ने कहा कि इस पुस्तक की मदद से मात्र 45 दिनों में लिखना-पढ़ना सीखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि साक्षरता मिशन के साथ बच्चों के चारित्रिक और मानसिक विकास का उद्देश्य लेकर चल रहे हमारे वन तारा ग्रुप द्वारा लिखित पुस्तक के माध्यम से बच्चों को सिखाने के लिए टीचर को भी प्रशि​क्षण दिया जाता है, उन्होंने बताया कि इस केंद्र पर बच्चों को शिक्षा दे रहे टीचर रचना, समर और मानसी को पिछले दिनों सिटी मॉन्टेसरी स्कूल में इसका प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। प्रशिक्षण के बारे में तीनों टीचर्स ने अपने अनुभव भी साझा किये। समर ने कहा कि हमने यह जाना कि बच्चों को मित्रता के भाव के साथ ट्रीट करना चाहिये। अध्यापिका रचना ने कहा ​कि प्रशिक्षण में हमने जाना कि बच्चों को किस प्रकार पढ़ायें कि कम समय में ज्यादा सिखाया जा सके।

इस मौके पर कल्याणी फाउंडेशन की स्वाती चटर्जी, विमला, शिखा ने भी बच्चों को सम्बोधित किया। कार्यक्रम में इस केंद्र पर शिक्षण कार्य का दायित्व निभा रहे रचना, समर और मानसी को कम्बल और डायरी प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बहाई धर्म से जुड़ीं मोहाजर और उनके पुत्र भी बच्चों के लिए उपहार लाये थे। मोहाजर ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए अंग्रेजी में चोरी, झूठ बोलना और जुआ खेलने वाले व्यक्ति के पात्र वाली प्रेरणादायक कहानी सुनायी, बच्चों को आसानी से समझाने के लिए इसका हिन्दी रूपान्तरण गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट के शोभित अग्रवाल ने किया।

महात्मा परमेश्वरानंद ने बताया गुरू का महत्व

कार्यक्रम में आये एक अन्य अतिथि ब्रह्म विद्यालय एवं आश्रम के महात्मा परमेश्वरानंद ने अपने सम्बोधन में बताया कि जीवन में गुरू का क्या महत्व होता है। उन्होंने बताया कि व्यावहारिक जीवन में गुरू की संगत बहुत आवश्यक है, अपने गुरू की वाणी पर केंद्रित होकर आगे बढ़ें और लक्ष्य को प्राप्त करें। रोटरी क्लब लखनऊ इलीट के फाउंडर रो. अजय सक्सेना ने यहां पढ़ने वाले बच्चों की प्रतिभा के बारे में बताते हुए कहा कि बीते 17 सितम्बर, 2024 को रीजनल साइंस सेंटर में अन्य स्कूलों के बच्चों के बीच शामिल होेते हुए क्विज में भाग लेने की जानकारी देते हुए बताया कि इन बच्चों ने अपनी योग्यता का लोहा मनवाते हुए सात सार्टीफिकेट हासिल किये थे। सचिव पंकज अग्रवाल ने क्लब की तरफ से सभी बच्चों को लंच बॉक्स देने की घोषणा की।

स्वास्थ्य, शिक्षा और आत्मनिर्भरता का उद्देश्य पूर्ण हो रहा : डॉ गिरीश गुप्ता

अपने सम्बोधन में होम्योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ गिरीश गुप्ता ने कहा कि समाज सेवा का सपना लेकर होम्योपैथिक चिकित्सालय के लिए वर्ष 2007 में निर्माण कराये गये इस भवन में वर्तमान में स्कूल सहित पांच परियोजनाएं चल रही हैं। उन्होंने कहा कि इस स्कूल को दिनों-दिन नये रूप में बढ़ते हुए देखता हूं तो मन खुशी से भर जाता है। उन्होंने बताया कि मात्र 1000 फीट के दो मंजिला भवन में गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट स्कूल के साथ ही सांई शरण धर्मार्थ होम्योपैथिक चिकित्सालय, रोटरी सीमा प्रेरणा सिलाई स्कूल, सरस्वती डेंटल कॉलेज ग्रामीण सेटेलाइट सेंटर और सम्राट विक्रमादित्य कम्प्यूटर प्रशिक्षण केंद्र भी संचालित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी सेवाओं के संचालन का उद्देश्य अपेक्षाकृत पिछड़े इलाके में रहने वाले गरीब तबके के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य देना, शिक्षा देना तथा आत्मनिर्भर बनाना है।

डॉ गिरीश ने कहा कि बच्चों की संख्या को देखते हुए कक्षाओं के लिए और स्थान की आवश्यकता महसूस हो रही है इसी के मद्देनजर भूतल और प्रथम तल वाले इस भवन में शोभित अग्रवाल के विशेष प्रयास से द्वितीय तल पर निर्माण कार्य शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि भविष्य में जब आप लोग यहां किसी कार्यक्रम में हिस्सा लेने आयेंगे तो नया निर्माण भी पूरा हो चुका होगा।

कार्यक्रम में गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट की कुमकुम अग्रवाल, क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ अंजली गुप्ता, आईएमआरटी के निदेशक सुनील, सुमीत तिवारी, आशियाना से आयी नीना वधावत, रंजना चतुर्वेदी, समाज सेविका गीता रावत, त्रिसामा आर्ट के अभिषेक शर्मा सहित स्थानीय लोग भी सम्मिलित हुए।

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