-विश्व स्वास्थ्य दिवस (7 अप्रैल) पर डॉ सूर्यकान्त की ✍️ कलम से एक कहावत है कि छलनी में दूहो और कर्मों को रोओे, यानी अगर आप छलनी में दूध दूहेंगे तो दूध आखिर कैसे रुकेगा क्योंकि छलनी में तो अनेक छेद होते हैं, और फिर आप अपने भाग्य को दोष …
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