-हिन्दी की वर्णमाला में पिरोया कोरोना से बचाव का मंत्र
कोरोना संक्रमण काल से गुजरने के दौरान इससे सबक लेते हुए हमें आगे के जीवन में क्या-क्या सावधानियां बरतनी होंगी, अपनी जीवन शैली में क्या सुधार लाना होगा, इसे लेकर ‘सेहत टाइम्स‘ ने सेहत सुझाव देने की अपील करते हुए अपने प्रिय पाठकों से सुझाव मांगे थे। हमें खुशी है इस पर हमें सम्मानित पाठकों और विशेषज्ञों के विचार और सुझाव मिल रहे हैं, इसके लिए ‘सेहत टाइम्स‘ धन्यवाद अदा करता है।
वैश्विक महामारी कोविड-19 ने दुनिया भर के लोगों की दुनिया बदल दी है। भारत में भी इस समय सभी तरफ कोरोना से जंग जारी है। कोरोना से इस जंग में समाज के बहुत से वर्ग के ऐसे लोग हैं जो इस रोग से बचने और इसका चुनौती पूर्वक सामना करने के लिए अपने-अपने तरह से प्रयासरत हैं। मैं स्टील सिटी बोकारो में होम्योपैथी की निजी प्रैक्टिस करती हूं।
मुझे लेखन में भी रुचि है, इसलिए कोविड-19 से बचाव के लिए लोगों को सुझाव हिन्दी की वर्णमाला के अक्षरों से तैयार की है। मैं लोगों से कहना चाहती हूं कि केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा कोविड-19 को लेकर दी गयीं गाइडलाइन्स का पालन तो अवश्य करें। इसके साथ ही इससे बचाव की बातों को मैंने हिन्दी की वर्णमाला के अनुसार लिखने की कोशिश की है, इन पर भी अमल करें।
अ – अपना ख्याल रखें
आ – आप घर पर रहें
इ – इधर-उधर बेवजह न थूकें
ई – ईश्वर पर भरोसा रखें
उ – उम्मीद की दुनिया कायम है
ऊ – उटपटांग कामों से बचें
ऋ -ऋणात्मक न सोचें
ए- एकांत का आनंद लें
ओ- ओझा (झाड़फूंक) से बचें
औ- औषधि समय पर लेंं
अं- अंत भला ही होगा
क- कोरोना से ना घबराएं
ख- खबरदार बने रहे
ग- गमगीन माहौल से बचें
घ-घर से बिना काम के ना निकलें
च- चतुराई से काम करें
छ- छल कपट से बचें
ज- जल साबुन से हाथ धोते रहें
झ- झगड़ा ना करें
ट- टहले केवल अपनी छत या आंगन में
ठ- ठहर जाएं खुद के पास
ड- डर के आगे जीत है
ढ- ढकोसला से स्वयं को बचाएं
ण- णोमकार मंत्र का जाप करें
त- तरकीब लगाकर बाहर ना निकलें
थ- थूकें न सड़कों पर
द- दयालुता अपनाएं
ध- धैर्य बनाए रखें
न- नशीले पदार्थों के सेवन से बचें
प- पशु-पक्षियों का ध्यान रखें
भ- भजन-कीर्तन करें
म- मास्क का प्रयोग करें
य- योग करें निरोग रहें
र- रवि (सूर्य) की किरणें अवश्य लें
ल- लचीलापन अपनाएं
व- वचन सोशल डिस्टेंसिंग का लें
श- शराब से दूर रहें
ष- षडयंत्र ना करें
स- सकारात्मक सोच रखें
ह- हल तलाशें ना कि समस्या
क्ष- क्षेत्र के दायरे में रहें
त्र- त्राहिमाम ईश्वर से कहें
ज्ञ- ज्ञानी बनें अज्ञानता से बचें
-डॉ अनुपम बाला, होम्योपैथिक चिकित्सक, बोकारो स्टील सिटी, झारखंड (भारत)