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देश के अधिकांश हिस्सों में झुलसाने वाली गर्मी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की नयी एडवाइजरी

-अस्पतालों को विशेष हीटवेव यूनिट्स शुरू करने के हैं आदेश

-नींबू पानी, दही, तरबूज और छाछ के विशेष सेवन की सलाह

सेहत टाइम्स

लखनऊ। झुलसा देने वाली गर्मी से उत्पन्न हालातों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से नई एडवाइजरी जारी की गई है। मंत्रालय ने अस्पतालों को लू के मरीजों का इलाज प्राथमिकता के आधार पर करने के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने अस्पतालों की स्थिति और तैयारियों को लेकर भी समीक्षा की है। अस्पतालों को विशेष हीटवेव यूनिट्स शुरू करने के आदेश दिए गए हैं, ताकि समय रहते हीटस्ट्रोक के मरीजों का इलाज किया जा सके। ज्ञात हो भीषण गर्मी के कारण देश के कई हिस्सों में झुलसा देने वाले हालात हैं। लगातार हीटस्ट्रोक के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। इनमें कई लोगों की मौत के समाचार हैं तो कई की हालत गंभीर चल रही है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइजरी में कहा गया है कि लू के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अगर लू के बारे में पता लगता है तो तुरंत पीड़ित को कूलिंग दी जाए। पानी और बर्फ इसके लिए कारगर है। कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री पार कर गया है। इसलिए अपनी डाइट में नींबू पानी, दही, तरबूज और छाछ शामिल करें। तापमान 40 डिग्री पार कर जाए तो लू लगने की आशंका अधिक हो जाती है।

इन बातों को ध्यान में रखने की दी गयी है सलाह

-धूप में बाहर न जाएं। दोपहर 12 से 3 बजे के बीच खास ध्यान रखें।
-लाइट वेट वाले ढीले और हल्के रंग के सूती कपड़ों का प्रयोग करें। -बाहर जाते समय टोपी, चश्मा, छाता और जूते या चप्पल का प्रयोग करें।
-बाहर जाते समय अपने साथ पानी की बोतल जरूर रखें।
-शराब, चाय और कॉफी पीने से बचें। कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक न लें।
-ज्यादा प्रोटीन वाला और बासी खाना खाने से परहेज करें।
-बाहर जाते समय शरीर के अंगों को नरम कपड़े से ढकें।
-पार्क किए वाहनों में बच्चों या जानवरों को न छोड़ें।
-अगर कमजोरी या बीमारी के लक्षण लगें तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
-अपने घर पर ओआरएस जरूर रखें। चावल का पानी या नींबू पानी के अलावा दही, लस्सी पीएं।
-घर को ठंडा रखने के लिए पर्दे, शटर या सनशेड का यूज करें।
-रात में खिड़कियां खोलने के साथ ही पंखा चलाएं। बार-बार नहाएं और कपड़े को हल्का गीला कर पहनें।

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