-इप्सेफ के प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली स्थित रक्षा मंत्री के आवास पर की मुलाकात, सौंपा ज्ञापन

सेहत टाइम्स
लखनऊ। इप्सेफ के प्रतिनिधिमंडल ने आज 13 अप्रैल को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से उनके दिल्ली आवास पर मिलकर पेंशन बहाली एवं अन्य मांगों का ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व प्रेम चंद्र राष्ट्रीय महासचिव के नेतृत्व ने किया, उनके साथ उपाध्यक्ष सुरेश कुमार रावत, सचिव अतुल मिश्रा, अध्यक्ष दिल्ली शाखा अजयवीर सिंह शामिल थे।
यह जानकारी देते हुए सचिव अतुल मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचंद्र ने 11 अप्रैल के धरना प्रदर्शन में शामिल मांगों का ज्ञापन रक्षा मंत्री को सौंपा। नेताओं ने उन्हें अवगत कराया कि पेंशन बहाली प्रकरण पर सचिव वित्त भारत सरकार की अध्यक्षता में गठित 3 सदस्यीय समिति से इप्सेफ के पदाधिकारियों को अपना पक्ष रखने का अवसर दिलाएं।
रक्षा मंत्री को उन्होंने बताया कि पेंशन बहाली के लिए देशभर में कर्मचारियों शिक्षकों के आंदोलन लगातार चल रहे हैं जिसका खामियाजा केंद्र सरकार को भुगतना पड़ेगा, कर्मचारियों/शिक्षकों का आक्रोश भारी पड़ेगा।


पदाधिकारियों ने एक स्वर से आग्रह किया कि प्रधानमंत्री से ही इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखने का अवसर दिलाएं। इप्सेफ का सदा सुझाव रहा है कि मिल-बैठकर कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान किया जाए परंतु खेद का विषय है कि प्रधानमंत्री ने अपने कार्यकाल में एक बार भी बातचीत का अवसर नहीं दिया, जिसके कारण नाराजगी बढ़ी है।
राजनाथ सिंह ने इप्सेफ के पदाधिकारियों को आश्वासन दिया कि कर्मचारियों की पीड़ा से भलीभांति अवगत हैं और उनका हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण रहा है, और है, उनका प्रयास रहेगा कि इप्सेफ की प्रमुख मांग पुरानी पेंशन बहाली, आउटसोर्सिंग, संविदा कर्मचारियों की सेवा सुरक्षा के लिए नियमावली बनाने, सरकारी तंत्र में निजीकरण न करने तथा भविष्य में राष्ट्रीय वेतन आयोग गठित करने की मांग पर वे प्रधानमंत्री से बात करके इप्सेफ के पदाधिकारियों को अपना पक्ष रखने के लिए उन्हें समय दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे।
उन्होंने आश्वासन दिया कि वे उनकी मांगों पर सार्थक निर्णय कराने का भरपूर प्रयास करेंगे, प्रधानमंत्री का भी हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण रहा है, और है। इप्सेफ के पदाधिकारियों ने रक्षा मंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया।
