सरकारी और निजी अस्पतालों में शोक सभायें, आर्थिक योगदान के लिए बढ़े हाथ
लखनऊ। पाकिस्तानी सरपरस्ती में पल रहे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के बुधवार को पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों से भरी गाड़ी पर आत्मघाती हमले में शहीद 44 जवानों के प्रति देश भर में जबरदस्त शोक की लहर है। क्या सरकारी, क्या प्राइवेट अनेक संस्थानों में शोक सभाओं का आयोजन करके शहीद जवानों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है।
किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ एवं कर्मचारी परिषद के संयुक्त तत्वावधान में जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों की शहादत को नमन करने एवं उनको श्रद्धांजलि देने के लिए प्रशासनिक भवन से मेन गेट होते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय में स्थित गांधी प्रतिमा तक एक कैंडल मार्च निकाला गया। इस दौरान के0जी0एम0यू0 के तमाम चिकित्सकों, छात्र-छात्राओं एवं कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रखकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
केजीएमयू शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो0 नवनीत कुमार एवं कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष विकास सिंह ने बताया कि शोक सभा में शिक्षक संघ एवं कर्मचारी परिषद ने संयुक्त रूप से यह निर्णय लिया है कि शहीद हुए उन जवानों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए स्वेच्छा से अपने एक दिन का मूल वेतन उनके परिजनों को सहायतार्थ राशि भेंट करेंगे। यह धनराशि केजीएमयू परिवार की तरफ से शहीदों के परिवारों के लिए एक छोटा सा योगदान होगा ।
कैंडल मार्च में चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एमएलबी भट्ट, डीन,डेंटल प्रो0 शादाब मोहम्मद, कुलसचिव, प्रो आरके गर्ग, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एसएन संखवार, चिकित्सा अधीक्षक प्रो बीके ओझा, वित्त अधिकारी मो जमा, ट्रॉमा सर्जरी के विभागाध्यक्ष डा संदीप तिवारी, डीन, पीडियाट्रिक सर्जरी के विभागाध्यक्ष प्रो एसएन कुरील, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो जीपी सिंह, रेस्पेरेट्री विभाग के प्रो संतोष कुमार, ओमकार पुष्कर, केजीएमयू कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष विकास सिंह, राधेलाल जायसवाल, खालिद अख्तर, उमाशंकर शैलेंद्र रावत सहित सैकड़ों की संख्या में चिकित्सकों, छात्र-छात्राओं एवं कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।