Wednesday , April 24 2024

लापरवाही : छह साल बाद भी अस्‍पतालों में निर्माण के 55 प्रोजेक्‍ट अधूरे

परिवार कल्याण मंत्री प्रो. रीता बहुगुणा जोशी ने दी चेतावनी, समय से पूरे न किये तो बदल दी जायेगी कार्यदायी संस्‍था

लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश के चिकित्‍सा, स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण से जुड़े 55 निर्माण कार्य ऐसे हैं जो छह साल बाद भी पूरे नहीं किये जा सके हैं। इन अपूर्ण कार्यों की आज परिवार कल्याण मंत्री प्रो. रीता बहुगुणा जोशी ने समीक्षा की। आपको बता दें कि ये सभी कार्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत होने हैं। समीक्षा के दौरान प्रो जोशी ने कहा कि चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति देखने के लिए संबंधित अधिकारी सप्ताह में तीन बार स्वयं स्थलीय निरीक्षण करें। उन्होंने कहा जो कार्यदायी संस्थाएं कार्यों को रोके हुए हैं और कार्यपूर्ति नही कर रहीं उनसे कार्य वापस ले लिया जायें। उन्होंने नये स्वीकृत निर्माण कार्यों को भी शीघ्र प्रारम्भ कराने और संतोषजनक प्रगति स्तर तक लाने को कहा। प्रो. जोशी योजना भवन लखनऊ के सभाकक्ष में आज एनएचएम के अन्तर्गत चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रही थीं।

 

समीक्षा बैठक प्रो0 जोशी ने लम्बे समय से निर्माणाधीन निर्माण कार्यों के विलम्ब पर गहरा रोष प्रकट किया तथा रूचि न लेने वाली कार्यदायी संस्थाओं के स्थान पर कार्यपूर्ति करने वाली संस्थाओं को प्राथमिकता देने को कहा। उन्होंने विभाग के अपूर्ण 55 कार्यों की विस्तृत समीक्षा की तथा कार्यपूर्ति की तिथि निर्धारित करते हुए कार्यदायी संस्थाओं को निर्धारित तिथि तक कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। ज्ञात हो कि विभाग द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट में वर्ष 2012 से अब तक कुल स्वीकृत कार्यों की संख्या 262 कुल पूर्ण कार्यों की संख्या-207 बतायी गयी है। जिसमें से 183 कार्य पूर्ति उपरान्त हस्तान्तरित भी हो चुके हैं।

 

निर्माण कार्यों के अतिरिक्त समीक्षा बैठक में एम0डी0एन0एल0एम0 पंकज द्वारा विभाग में संचालित विविध स्वास्थ्य कार्यक्रमों, पीपीपी मोड में संचालित सीटी स्कैन/डायलिसिस/ टेलीमेडिसिन/ टेलीरेडियोलॉजी की स्थापना और प्रगति एम्बुलेंस सेवाओं तथा नवीन परियोजनाओं की प्रगति से भी अवगत कराया गया। प्रो0 जोशी ने मुखबिर योजना पर विशेष ध्यान केन्द्रित करते हुए कहा कि इसे और पुख्ता बनाया जाये तथा एक प्रभावशाली योजना की तरह प्रदेश में स्थापित किया जाये।

 

प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र भी लापरवाही का शिकार

 

निर्माण कार्यों की समीक्षा में प्रस्तुत आंकड़ों तथा अधिकारियों में जानकारी का अभाव देखकर प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डा. प्रशान्त त्रिवेदी ने निर्देश दिया कि अधिकारी पूरी तैयारी के साथ समीक्षा बैठक में आयें तथा तथ्यों और विवरणों की पूरी जानकारी से अवगत कराएं। उन्होंने वाराणसी में चल रही परियोजनाओं के लम्बित होने पर तीखी प्रतिक्रिया दी तथा निर्देश दिया कि परियोजनाओं से सम्बद्ध सभी अभियन्ता प्रमुख सचिव कार्यालय पर विवरण के साथ उपस्थित हों। बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डा. प्रशान्त त्रिवेदी, एमडी परिवार कल्याण नीना गुप्ता, एमडी एनएचएम पंकज सहित निर्माण कार्यों से संबंधित अभियन्ता एवं कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी तथा समस्त संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।