-सीएमएस ने दी ईएनटी सर्जन को बधाई, अन्य सर्जन्स से भी सर्जरी बढ़ाने की अपील
-जल्दी ही और बदली नजर आयेगी अस्पताल की तस्वीर : डॉ एएस त्रिपाठी
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। लोकबंधु राजनारायण संयुक्त चिकित्सालय में चिकित्सा सेवाओं का विस्तारीकरण जारी है। बुधवार 21 जुलाई को एक 24 वर्षीय महिला को गर्दन में एपिडरमॉइड सिस्ट की सफलतापूर्वक सर्जरी की गयी है। अस्पताल के कान, नाक, गला विशेषज्ञ डॉ राकेश कुमार ने इस सर्जरी को किया, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एएस त्रिपाठी ने सर्जरी के लिए डॉ राकेश कुमार को बधाई दी है तथा अन्य सर्जन्स से आह्वान किया है कि वे ज्यादा से ज्यादा मरीजों की सर्जरी कर सरकार द्वारा दी जा रही चिकित्सा सेवाओं का लाभ लोगों तक देने में अपना योगदान दें।
डॉ त्रिपाठी ने बताया कि एक हफ्ते पूर्व 24 वर्षीय महिला गर्दन के पिछले हिस्से में दर्द और अकड़न के साथ गांठ जिसमें लाली के साथ सूजन और दर्द की शिकायत के साथ अस्पताल आयी थी। ईएनटी सर्जन डॉ राकेश कुमार ने देखा तथा महिला को दवा दी गयी। महिला का आरटीपीसीआर टेस्ट के साथ आवश्यक ब्लड टेस्ट कराया गया जिसमें रिपोर्ट में एपिडरमॉइड सिस्ट होने का पता चला।
उन्होंने बताया कि इसके बाद ऑपरेशन प्लान किया गया। उन्होंने बताया कि आज निर्धारित समय पर एनेस्थीसिया देकर शल्य क्रिया की गयी और सफलतापूर्वक पुरुलेन्ट स्राव से भरी सिस्ट निकाल दी गयी, तथा मरीज को छुट्टी भी दे दी गयी। में एनेस्थेसिया दिया गया था। शल्य क्रिया 21-07-21 को संचालित की गई । सिस्ट मांसपेशियों से गहरा था। मरीज़ का सिस्ट पुरुलेन्ट स्राव से भरी हुई थी। मरीज़ ने प्रक्रिया को अच्छी तरह से सहयोग किया। उसी दिन मरीज को छुट्टी दे दी गई।
डॉ त्रिपाठी ने बताया कि अस्पताल में अन्य प्रकार की सर्जरी, डेंटल में फिलिंग, आरसीटी, सफाई की सुविधा मौजूद है। इसके अलावा जल्दी ही आंख के मोतियाबिंद के ऑपरेशन की शुरुआत भी होने वाली है। उन्होंने बताया कि अस्पताल का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए जल्दी ही कुछ और बदलाव किये जायेंगे।
अस्पताल में शीघ्र शुरू होगी क्रेच की सुविधा
सीएमएस डॉ त्रिपाठी ने बताया कि हॉस्पिटल में काम करने वाले दम्पति के बच्चों के लिए हॉस्पिटल में ही एक क्रेच खोलने की तैयारी है। उन्होंने बताया कि इससे उन माता-पिता को लाभ होगा जो दोनों ही अस्पताल में ड्यूटी करते हैं। उन्होंने बताया कि क्रेच में इन बच्चों की देखरेख के लिए ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि जो बच्चे क्रेच में रहेंगे उन्हीं के माता-पिता की ड्यूटी रोटेशन के अनुसार क्रेच में सभी बच्चों की देखरेख के लिए लगायी जाये, उनकी क्रेच की ड्यूटी को उनकी सामान्य ड्यूटी में ही काउन्ट किया जायेगा।