Friday , November 22 2024

सार्वजनिक स्‍थानों पर मास्‍क न लगाने वालों के खिलाफ सख्ती के निर्देश

-बचाव व उपचार की प्रभावी व्‍यवस्‍था बनाये रखें : योगी

-कक्षा 8 तक के स्‍कूल बच्‍चों के लिए 11 अप्रैल तक बंद

-अनुभव भी है और संसाधन भी, बेहतर समन्‍वय से निपटें दूसरी लहर से

योगी आदित्यनाथ

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बचाव व उपचार की प्रभावी व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित रखने तथा इस महामारी के उपचार के लिए प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में सभी प्रकार के संसाधन उपलब्ध हैं। हमारे पास कोविड-19 से सफलतापूर्वक निपटने का गहन अनुभव है। उन्होंने अर्जित किए गए अनुभव तथा संसाधनों के बेहतर समन्वय से कोविड-19 के खिलाफ जंग को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर कक्षा 01 से कक्षा 08 तक के सभी परिषदीय एवं निजी विद्यालयों को 11 अप्रैल तक बन्द रखने के निर्देश दिए हैं। इस अवधि में इन विद्यालयों में शैक्षणिक कार्य बन्द रहेगा, जबकि शिक्षक प्रशासनिक कार्यों के लिए स्कूल आते रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक करने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी इस्तेमाल किया जाए। कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए मास्क का अनिवार्य उपयोग, सेनिटाइजेशन तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित किया जाए। सार्वजनिक स्थलों पर यदि लोग मास्क न लगाएं, तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए।

मुख्यमंत्री ने पूरे राज्य में कोविड अस्पतालों की बहाली की स्थिति की रिपोर्ट आज शाम तक उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुए कहा कि कोविड-19 के मद्देनजर एल-2 तथा एल-3 कोविड अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जाए। टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेन्ट की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग होम आइसोलेशन में रखे गए हैं, उनकी निरन्तर मॉनीटरिंग की जाए और हालचाल लिया जाए। उन्होंने निगरानी समितियों को सक्रिय करने के निर्देश देते हुए सर्विलांस सिस्टम को प्रभावी बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि त्योहारों तथा पंचायत चुनाव के दृष्टिगत बाहर के राज्यों से लोग वापस उत्तर प्रदेश आ रहे हैं। ऐसे में गांवों में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी कदम उठाएं जाएं।

मुख्यमंत्री ने जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, मेरठ, वाराणसी, प्रयागराज, गाजियाबाद, आगरा में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि इन जनपदों में एल-2, एल-3 बेडों की संख्या बढ़ाई जाए। कोरोना से जंग में इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को प्रतिदिन नियमित तौर पर सुबह कोविड चिकित्सालय में तथा शाम को इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर में बैठक कर स्थिति की समीक्षा तथा आगे की रणनीति तय करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन मरीजों का इलाज चल रहा है तथा जो लोग होम आइसोलेशन में रखे गए हैं उनकी जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जाए और समस्याओं का समाधान किया जाए। सी0एम0 हेल्पलाइन के माध्यम से मरीजों से लगातार संवाद बनाए रखा जाए। मुख्यमंत्री कार्यालय को प्रत्येक दिन की स्थिति से अवगत कराया जाए।

मुख्यमंत्री ने वैक्सीनेशन की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि 1 अप्रैल से 45 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को भी टीकाकरण में शामिल किया गया है। अतः अब टीकाकरण की गति को बढ़ाना होगा। इसके लिए हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर्स पर भी टीकाकरण हो रहा है। अतः भारत सरकार की गाइडलाइन्स का अनुपालन करते हुए वैक्सीनेशन का कार्य पूरी प्रतिबद्धता से किया जाए। वैक्सीन की वेस्टेज को हर हाल में रोका जाए।

बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी,  पुलिस महानिदेशक हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।