सीएमओ ने नर्सिंग होम एसोसिएशन, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, पैथोलॉजी एसोसिएशन के साथ की चर्चा
लखनऊ। जलजनित रोगों तथा स्वाइन फ्लू को लेकर बुधवार को लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में एक बैठक आयोजित की गयी। इस बैठक में नर्सिंग होम एसोसिएशन, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, पैथोलॉजी एसोसिएशन के साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी व अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा कहा गया कि डेंगू के लिए की जा रही कार्डटेस्ट की रिपोर्ट धनात्मक आने पर धनात्मक न लिखकर रिएक्टिव लिखा जाये तथा डेंगू की पुष्टि निर्धारित चार सेंटीनियल लैब से ही करायी जाये। उन्होंने कहा कि नर्सिंग होम, पैथोलॉजी के मुख्य द्वार पर चारों लैब के बारे में बोर्ड पर लिखा जाये।
बैठक में आईएमए अध्यक्ष डॉ.पीके गुप्ता ने कहा कि समस्त नर्सिंग होम में हो रही पैथोलॉजिकल जांचों को एमसीआई में पंजीकृत चिकित्सकों द्वारा ही किया जाना चाहिये। सीएमओ डॉ जीएस बाजपेई ने कहा कि समस्त नोटीफाइड रोगों के बारे में सूचना तुरंत सीएमओ ऑफिस जरूर आनी चाहिये। उन्होंने कहा कि पंजीकरण उन्हीं नर्सिंग होम, पैथोलॉजी का होगा जिसके सभी प्रपत्र पूरे होंगे।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ एससी श्रीवास्तव ने सुझाव देते हुए कहा कि जलजनित रोगों के बारे में विद्यालयों में जा रही सीएमओ की टीम यह भी जांच करे कि बच्चों ने पूरी आस्तीन की कमीज और पैंट पहनी है या नहीं। ऐसा न पाये जाने पर उस विद्यालय को नोटिस भी दी जानी चाहिये। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर जलजनित रोगों के बारे में लोगों को जागरूक करने वाले वीडियो भी चलाये जाने चाहिये। बैठक में सीएमओ द्वारा सभी को डेंगू एवं स्वाइन फ्लू की चिकित्सा संबंधी नयी गाइड लाइन भी उपलब्ध करायी गयी।