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अगर आपको रहती है सुस्ती, घबराहट, बेचैनी, थकान, तो…

कहीं आप आयरन और विटामिन की कमी के शिकार तो नहीं, डॉक्‍टर से मिलें
डॉ दिनेश लालवानी

लखनऊ। 50 प्रतिशत बच्‍चे और महिलाएं और 30 प्रतिशत पुरुषों में आयरन और अन्‍य विटामिन की कमी होती है। इसकी वजह रोज के नाश्‍ते और भोजन में आवश्‍यक आयरन और विटामिन का सेवन न करना है। इसका नतीजा यह होता है कि व्‍यक्ति के अंदर थकान, सुस्‍ती, आलस, बेचैनी और घबराहट बनी रहती है।

यह जानकारी आज एक पत्रकार वार्ता में  फि‍जीशियन डॉ दिनेश लालवानी ने देते हुए बताया कि आज की जीवन शैली में लोग अपने कार्य और दिनचर्या में इस कदर व्‍यस्‍त रहते हैं कि उन्‍हें अपने लिए समुचित खानपान का ध्‍यान नहीं रहता है। डॉ लालवानी ने कहा कि यह चिंता का विषय यह है कि आयरन की कमी वाले लोगों में उत्‍तर प्रदेश राज्‍य पहले नम्‍बर पर है। उन्‍होंने कहा कि बड़े तो बड़े बच्‍चों में भी ऐसी आदतें विकसित हो रही हैं कि वे फास्‍ट फूड ज्‍यादा पसंद करते हैं। ऐसे में बड़ों की जिम्‍मेदारी बढ़ जाती है कि वे स्‍वयं के खाने के साथ-साथ बच्‍चों के खानपान पर विशेष ध्‍यान दें। उन्‍होंने कहा कि हरी पत्‍तेदार सब्जियां, आयरन वाले फल, गुड़, खजूर जैसी चीजों का सेवन करने से शरीर को आवश्‍यक आयरन मिल सकता है। उन्‍होंने कहा कि आधुनिकता की दौड़ में हम नये-नये कुकवेयर इस्‍तेमाल करते हैं, जबकि प्राचीन काल से चलने वाली लोहे की कढ़ाई में पकाया जाने वाला खाद्य पदार्थ आयरन से भरपूर होता है, लेकिन इसका इस्‍तेमाल अब कम हो गया है।

उन्‍होंने कहा कि हालांकि सरकार द्वारा आयरन की कमी दूर करने के लिए कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं लेकिन इसके बावजूद लोगों में अभी काफी जागरूकता पैदा करने की आवश्‍यकता है। उन्‍होंने कहा कि कुछ विटामिन जैसे ए, बी, ई, के ऐसे विटामिन है जो शरीर में स्‍टोर हो जाते हैं लेकिन कुछ विटामिन जैसे बी कॉम्‍प्‍लेक्‍स, विटामिन सी ऐसे होते है जो शरीर में स्‍टोर नहीं होते हैं, इसे लगातार लेते रहना पड़ता है।