जाह्नवी स्कूल ऑफ नर्सिंग में पीजीआई के विशेषज्ञ ने कराया SGPGI cardiac resuscitation and first aid course
लखनऊ। अगर कोई दुर्घटना हो जाये या फिर किसी को दिल का दौरा पड़ जाये तो डॉक्टर को दिखाने तक के समय में उसके साथ किस तरह का व्यवहार किया जाये जो उस समय उसके लिए दवा बन जाये, यह चिकित्सा के पेशे से जुड़े लोगों के साथ ही अगर किसी भी क्षेत्र से जुड़ा व्यक्ति जान जाये तो अनेक व्यक्तियों की जान असमय जाने से बचायी जा सकती है।
यह बात आईएमए के पूर्व अध्यक्ष व सामाजिक सरोकार मंच के डॉ पीके गुप्ता ने कही। डॉ गुप्ता शनिवार को यहां राजधानी लखनऊ में बिजनौर स्थित जाह्नवी स्कूल ऑफ नर्सिंग में एसजीपीजीआई के प्रो संदीप साहू एवं उनकी टीम द्वारा एवं सामाजिक सरोकार मंच के सहयोग से नर्सिंग छात्राओं को दिये गये प्रशिक्षण के अवसर पर उपस्थित थे। प्रो संदीप साहू और उनकी टीम ने आकस्मिक दुर्घटना अथवा बीमारी के दौरान अचानक दिल की धड़कन बंद होने पर हाथ से दिल को चलाने की तकनीक बताई।
प्रो साहू ने बताया कि इस कोर्स को यहां डमी के द्वारा सिखाया गया। उन्होंने बताया कि इस पाठ्यक्रम को विशेष रूप से अस्पताल में काम करने वाले जूनियर डॉक्टर, मेडिकल तकनीशियन और नर्सिंग छात्रो के लिए तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि इसे SG P G I cardiac ruscitation and first aid course नाम दिया गया है। प्रो साहू ने बताया कि लगभग 126 नर्सिंग छात्राओ को फर्स्ट एड और दिल को बाहर से चलाने की ट्रेनिंग डमी के माध्यम से दी गई।
डॉ पीके गुप्ता ने कहा कि सड़क दुर्घटना, अचानक बेहोशी और चोट लगने की अवस्था मे यदि तुरंत प्राथमिक उपचार मिल जाये यह जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसमें महत्वपूर्ण है दिल और साँस को बाहर से चलाना, साथ ही बहते हुए खून को रोकना और तुरंत घायल को अस्पताल में पहुंचाना। इसके लिए यदि प्रशिक्षित लोगो का सहयोग मिल जाये बहुत सी जाने बचाई जा सकती हैं।
इस अवसर पर स्कूल के डायरेक्टर डॉ जय सिंह ने डॉ संदीप साहू की प्रशंसा करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया, साथ ही अपने छात्रों के लिए भविष्य में कौशल विकास के लिए PGI से सहयोग का अनुरोध किया। डॉ जय सिंह ने कहा कि लगभग 4 घण्टे की व्यावहारिक प्रशिक्षण देने के बाद प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट वितरित किया गये जो उनके भविष्य में अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा। अंत मे नर्सिंग स्कूल की प्रिंसिपल प्रीति तिवारी और व्यवस्थापक पदमा सचदेवा ने पीजीआई की टीम में शामिल सतेंद्र सिंह राजपूत सहित सभी को धन्यवाद दिया।