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भारत ज्‍योति शिक्षा केंद्र में स्‍थापित होगी हैंगिंग लाइब्रेरी

-स्‍वतंत्रता दिवस के मौके पर भारत ज्‍योति के संस्‍थापक अध्‍यक्ष विजय आचार्य ने की घोषणा

-भारत विकास परिषद, भारत ज्‍योति और होम्‍योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन ने संयुक्‍त रूप से मनायी आजादी की वर्षगांठ

-होम्‍योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन के बहुउद्देशीय केंद्र पर शान से फहराया गया तिरंगा

सेहत टाइम्‍स

लखनऊ। मड़ि‍यांव थाने के पीछे गायत्री नगर, नौबस्‍ता खुर्द में होम्‍योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन के बहुउद्देशीय सेवा केंद्र पर पूर्व के वर्षों की भांति आज स्‍वतंत्रता दिवस के अवसर पर समारोहपूर्वक झंडारोहण किया गया। स्‍वतंत्रता दिवस के अवसर पर यहां चल रहे भारत ज्‍योति शिक्षा केंद्र में अध्‍ययन कर रहे बच्‍चों के लिए उपयोगी शैक्षिक पुस्‍तकों वाली हैंगिंग लाइब्रेरी की सुविधा भी शुरू करने की घोषणा भारत ज्‍योति के संस्‍थापक अध्‍यक्ष विजय आचार्य ने की।

 

ज्ञात हो होम्‍योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन के संस्‍थापक डॉ गिरीश गुप्‍ता द्वारा निर्माण कराये गये इस बहुउद्देशीय सेवा केंद्र पर सबसे पहले वर्ष 2007 में सांई शरण होम्‍योपैथिक चिकित्‍सालय की स्‍थापना हुई इसके बाद 2008 में भारत ज्‍योति ने होम्‍योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन की मदद से भारत ज्‍योति धर्मार्थ शिक्षा केंद्र का संचालन शुरू किया। इस भवन में होम्‍योपैथिक चिकित्‍सालय और शिक्षा केंद्र के अतिरिक्‍त कमजोर तबके की महिलाओं को आत्‍मनिर्भर बनाने के लिए रोटरी क्‍लब ऑफ लखनऊ के सहयोग से रोटरी-सीमा प्रेरणा सिलाई स्‍कूल और दांतों के उपचार के लिए सरस्‍वती डेंटल कॉलेज का ग्रामीण सैटेलाइट सेंटर भी संचालित हो रहा है।

वर्ष 2008 से चल रहा है भारत ज्‍योति धर्मार्थ शिक्षा केंद्र

बच्‍चों को सम्‍बोधित करते हुए भारत ज्‍योति के अध्‍यक्ष विजय आचार्य ने कहा कि जिस भारत ज्‍योति धर्मार्थ शिक्षा केंद्र के प्रांगण में हम सब बैठे हैं इसका सपना हमने 2008 में देखा जब हमने एक वॉकाथॉन का आयो‍जन किया था। जब उन्‍होंने डॉ गिरीश गुप्‍ता, जो कि भारत ज्योति के फाउंडर मेंबर भी हैं, से शिक्षा केंद्र खोलने के बारे में इच्‍छा व्‍यक्‍त की तो उन्होंने इस बहुउद्देशीय सेवा केंद्र पर खोलने के लिए तुरंत अपनी सहमति जता दी। उन्‍होंने कहा कि शिक्षा केंद्र इस भवन में 31 मई, 2008 को शुरू हुआ जो भारत ज्‍योति और होम्‍योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन के सहयोग से आज भी अनवरत संचालित हो रहा है। उन्‍होंने उपस्थित बच्‍चों से कहा कि आज 15 अगस्‍त के अवसर पर वे इस विद्यालय में बच्‍चों की किताबों के लिए हैंगिंग लाइब्रेरी की सुविधा दे रहे हैं। इस हैंगिंग लाइब्रेरी में किताबें टंगी रहेंगी, जिस बच्‍चे को आवश्‍यकता हो वह किताब से पढ़ सकता है।

उन्‍होंने कहा कि यहां ऐसे बच्‍चे भी हैं जो यहां से पढ़-लिख कर बड़े हुए, और वर्तमान में कहीं नौकरी कर रहे हैं, जब वे बच्‍चे हमसे मिलते हैं, और कहते हैं कि हम इस स्‍कूल के लिए सहयोग करना चाहते हैं, तो बहुत खुशी होती है।

आधार कार्ड और ओटीपी को लेकर सतर्कता के बारे में दी जानकारी

समारोह में शामिल हुए डॉ विक्रम राय ने बच्‍चों को आधार कार्ड के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अपने आधार कार्ड के नम्‍बर किसी से शेयर नहीं करना है। अगर किसी को नम्‍बर देना जरूरी ही है तो सभी नम्‍बर स्‍पष्‍ट रूप से लिखा वाला आधार कार्ड नहीं देना है, एक और आधार कार्ड होता है जिसमें कुछ नम्‍बर छिपे होते हैं, उस आधार कार्ड को ही देना है। इसी प्रकार आजकल बहुत से तरीके के साइबर क्राइम हो रहे हैं, बहुत से बच्‍चे आजकल मोबाइल चलाने लगे हैं तो ऐसे में उनके लिए मेरी सलाह है कि वे किसी दूसरे व्‍यक्ति के भी पूछने पर उसे ओटीपी नम्‍बर की जानकारी न दें, बल्कि इस बारे में बच्‍चे अपने माता-पिता या परिवार के किसी अपने किसी बड़े को जानकारी दें। उन्‍होंने कहा कि बच्‍चों को चाहिये कि वे अपने माता-पिता के अपने दोस्‍तों के मोबाइल नम्‍बर भी शेयर करना चाहिये।

गुरु वंदन-छात्र अभिनंदन

वंदे मातरम के उद्घोष के साथ भारत विकास परिषद के क्षेत्रीय अध्‍यक्ष मुकेश जैन ने बच्‍चों को भारत विकास परिषद संस्‍था के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हम लोग अपने देश के बच्‍चों के उत्‍थान के लिए सामाजिक कार्य करते हैं। बच्‍चों को सेवा, संस्‍कार, भारतीय संस्‍कार सिखाते हैं। हमारे कार्यक्रम में गुरु वंदन, छात्र अभिनंदन में जिन बच्‍चों ने अच्‍छा कार्य करके नाम कमाया है, ऐसे बच्‍चों का सम्‍मान करते हैं और उन बच्‍चों के माध्‍यम से उन बच्‍चों के जो शिक्षक या गुरु हैं, उनका सम्‍मान कराते हैं। उन्‍होंने उपस्थित बच्‍चों को अपने टीचर से पैर छूने की शिक्षा देते हुए कहा कि आज से बच्‍चे ध्‍यान रखें कि वे जब स्‍कूल जायें तो अपने टीचर के पैर छूकर ही अपनी कक्षा में बैठें।बच्‍चों को माता-पिता, गुरुओं और अपने से बडों का सम्‍मान करने, कभी भी धूम्रपान व अन्‍य नशा न कर अच्‍छा नागरिक बनने की शपथ दिलायी गयी। उन्‍होंने कहा कि यहां भी जो टीचर आपको पढ़ाती हैं आज जब बच्‍चे जब घर जायेंगे तो उनके पैर छूकर ही जायें।

इतिहास, भूगोल के बारे मे बताने के लिए ‘भारत को जानो’ कार्यक्रम करते हैं, उन्‍होंने कहा कि हम बच्‍चों की गाने की प्रतियोगिता भी करते हैं। बच्‍चों का व्‍यक्तित्‍व निखारने का कार्य भी करते हैं, प्रतिभाशाली बच्‍चों को भारत विकास परिषद मंच देता है। उन्‍होंने कहा कि भारत विकास परिषद यहां भी सांई शरण धर्मार्थ होम्‍योपैथिक चिकित्‍सालय होम्‍योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन के सहयोग से संचालित कर रहा है। उन्‍होंने बताया कि भारत विकास परिषद का एक गीत है, ‘देश हमें देता है सब कुछ, हम भी तो कुछ देना सीखें…इस गीत को केसी जैन, भारत विकास परिषद की राष्‍ट्रीय सदस्‍य अमिता जैन सहित कई अन्‍य ने उपस्थित बच्‍चों के साथ गाया।

 

महत्‍व दान का है, धनराशि का नहीं

डॉ वाईके गुप्‍ता ने कहा कि बच्‍चों के सा‍थ ही बड़ों से भी कहना है कि बहुत से लोग ऐसे हैं जो दान देना चाहते हैं, ऐसे लोग भारत ज्‍योति के इस शिक्षण केंद्र को दान दें, जहां दो हजार बच्‍चे गणित जैसी व्‍यावहारिक शिक्षा पाते हैं, उन्‍हें जोड़, घटाना, गुणा, भाग सिखाया जाता है। उन्‍होंने कहा कि यह स्‍कूल कोई प्रमाणपत्र नहीं देता है, यह सभी बच्‍चों को सामान्‍य शिक्षा देता है।

इससे पूर्व प्रांगण में तिरंगा फहराया गया। इस मौके पर डॉ गिरीश गुप्‍ता ने विजय आचार्य, मदन लाल अग्रवाल आदि के साथ दीप प्रज्‍ज्‍वलित कर भारत माता, स्‍वामी विवेकानंद के चित्रों के साथ ही सांई शरण होम्‍योपैथिक चिकित्‍सालय में सांई बाबा और होम्‍योपैथी के जनक डॉ सैमुअल हैनिमैन के चित्र पर भी माल्‍यार्पण किया। बच्‍चों ने देशभक्ति के नारे लगाकर अपने जोश का परिचय दिया।

बच्‍चों ने अपने नृत्‍य से बटोरीं तालियां

इसके बाद यहां शिक्षा पाने वाले बच्‍चों ने एक सांस्‍कृतिक कार्यक्रम भी पेश किया। जिसकी शुरुआत स्‍वागत गीत और सरस्‍वती वंदना से हुई। इसमें बच्‍चों ने अनेक गीतों पर नृत्‍य कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर तालियां बटोरीं। उत्‍साह से लबरेज पांच साल से लेकर करीब 12 साल तक के बच्‍चों ने गीतों पर नृत्‍य प्रस्‍तुत किया। इन गीतों में ऐसा देश है मेरा…, उंगली पकड़ के तुमने चलना सिखाया था मां…, जलवा तेरा जलवा…, देश मेरा रंगीला…, कान्‍हा बरसाने में आ जइयो…, ओ देस मेरे…, मुझे माफ करना ओम सांई राम… और संदेसे आते हैं… गीत शामिल थे। सभी बच्‍चों को अच्‍छे नागरिक बनने की, माता-पिता, टीचर, बड़ों का सम्‍मान करने की, अपने कर्तव्‍यों और दायित्‍व निभाने की तथा धूम्रपान व अन्‍य मादक पदार्थों का सेवन न करने की शपथ ली। बच्‍चों से टीचर के पैर छुआकर उन्‍हें संस्‍कारित किये जाने का संदेश दिया गया। इसके बाद सभी बच्‍चों को बिस्‍कुट का पैकेट, व अन्‍य उपहार दिया गया। भारत विकास परिषद की परमहंस शाखा की सचिव नमिता शर्मा ने विशेष सहयोग देने के लिए डॉ गिरीश गुप्‍ता के साथ ही भारत विकास परिषद के प्रांतीय संगठन के संरक्षक मदन लाल अग्रवाल, भारत विकास परिषद परमहंस शाखा के अध्‍यक्ष दिनेश चंद्र मिश्रा, लखनऊ जिला समन्‍वयक दिनेश मौर्या, प्रांतीय संयोजक आशीष मिश्र व कार्यक्रम में शामिल हुए सभी लोगों को धन्‍यवाद देते हुए आभार जताया।

इस मौके पर मदन लाल अग्रवाल, विजय आचार्य, डॉ गिरीश गुप्‍ता, मुकेश जैन, दिनेश चंद्र मौर्या, दिनेश चंद्र मिश्रा, आशीष मिश्रा के साथ ही प्रांतीय शहर महासचिव केसी जैन, शाखा संयोजक विपिन सिंह, शाखा संयोजक बीना गुप्‍ता, शाखा संयोजक मिथिलेश मिश्रा, अमिता मिश्रा, समर्पण शाखा के सचिव राजेश श्रीवास्‍तव, भारत ज्‍योति धर्मार्थ शिक्षा केंद्र की अध्‍यापिकाएं रचना मिश्रा व नैनसी आदि के साथ बच्चे शामिल रहे।

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