-विश्व वरिष्ठ जन दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस पर अंतरराष्ट्रीय वेबनार आयोजित
सेहत टाइम्स
लखनऊ। विश्व वरिष्ठ जन दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस पर आज 15 जून को गाइड संस्था एवम समाज कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। गाइड संस्था द्वारा वरिष्ठ जनों के सम्मान के प्रति युवाओं को सजग एवम संवदेनशील बनाने के लिए एक माह के ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम की घोषणा की गयी। वेबिनार में हुई चर्चा में इस बात पर जोर दिया गया कि संतान को ऐसे संस्कार और शिक्षा देनी चाहिए जो उन्हें माता-पिता के प्रति हमदर्द बनाये, बेदर्द न बनाये।
वेबिनार में होम साइंस विभाग गवर्नमेंट कॉलेज फॉर वूमेन तिरुअनंतपुरम, केरल विश्वविद्यालय, पी एन दोशी वूमेन कॉलेज मुंबई ,कॉलेज ऑफ कम्युनिटी साइंस स्वामी केशवानंद राजस्थान एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, बीकानेर, राजस्थान ने भी सहभागिता की।
कार्यक्रम में हेल्पेज इंडिया के प्रदेश प्रमुख अनूप पंत ने कहा कि यदि सामाजिक संस्थाएं प्रशासन और सरकार के साथ मिलकर काम करें तो बुजुर्गों की समस्याओं पर उत्कृष्ट कार्य किया जा सकता है। प्रसिद्ध रंगकर्मी डॉ. अनिल रस्तोगी ने बुजुर्गों के एकाकीपन को एक गंभीर समस्या बताते हुए विदेश की भांति उनके लिए एडॉप्शन की सुविधा की बात कही। वरिष्ठ नागरिक महा समिति उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष श्याम पाल सिंह ने कहा कि शिक्षा रोजगार के लिए न होकर ज्ञान के लिए हो जिसमें युवा संवेदनशील बनें और एक इंसान के रूप में दूसरों का दर्द समझें तो वो दुर्व्यवहार नहीं करेंगे। न्यायमूर्ति कमलेश्वर नाथ ने युवाओं को प्रसन्न रहकर अपने व्यक्तित्व को सकारात्मक ऊर्जा से भरकर सेवा भाव से जीने का संदेश दिया।
माता-पिता एवं भरण पोषण अधिनियम 2007 के प्रचार प्रसार की जरूरत
उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक एवं नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ विक्रम सिंह ने माता-पिता एवं भरण पोषण अधिनियम 2007 एवम एवं वृद्धों के लाभ लिए चल रही विभिन्न सरकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए बल दिया। डीन और प्रोफेसर डॉ विमला डंकवाल कम्युनिटी साइंस महाविद्यालय स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर राजस्थान ने कहा कि युवाजन समाज एवं परिवार में सदाचरण करें इसके लिए उनकी नैतिक शिक्षा पर जोर दिया। कैंसर एड सोसाइटी के महानिदेशक ए. के. सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि अभिभावकों को बच्चों को संस्कारों के साथ मूल्य आधारित शिक्षा जरूर देनी चाहिए, जिससे वह स्वतः संवेदनशील बनेंगे और दुर्व्यवहार नहीं करेंगे ।
शहजार एक शीतल छाया हरिद्वार वरिष्ठ नागरिक संस्था के संस्थापक एम के रैना ने सक्रियता के साथ खुश रहकर एक साथ समय व्यतीत करने पर जोर दिया उन्होंने संस्था द्वारा चलाए जा रहे “कुछ भी बोलिए” प्रोग्राम की सफलता के बारे में बताया और सी एस आर फंड को लेकर समाज के लिए श्रेष्ठ कार्य करने के प्रयास करने पर जोर दिया।
ऑल इंडिया सीनियर सिटीजन कन्फर्डेशन मुंबई संस्था मुंबई के प्रमुख टी पी आर उन्नी ने बुजुर्गों के प्रति होने वाले विभिन्न प्रकार के दुर्व्यवहार तथा उनकी संस्था द्वारा इस संदर्भ में किए जा रहे सकारात्मक प्रयासों के विषय में बताया ।
कार्यक्रम में मंत्री समाज कल्याण असीम अरुण उपस्थित रहे उन्होंने समाज कल्याण विभाग द्वारा रिलीज की गई वीडियो को कार्यक्रम में साझा किया और कहा बुजुर्गों के प्रति होने वाले दुर्व्यवहार को रोकने के लिए समवेत प्रयासों की आवश्यकता है। सरकार बुजुर्गों के प्रति अपने दायित्व निर्वहन कर्मठता पूर्वक कर रही है। कार्यक्रम में संपूर्ण भारत के विभिन्न विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने भाग लिया, ऑस्ट्रेलिया से राम शर्मा सिंगापुर से मिसेज इंडिया आइकॉन शीतल शर्मा न्यूजीलैंड से निकोलस आदि शामिल हुए। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. इंदु सुभाष, वरिष्ठ पत्रकार राधेश्याम दीक्षित एवम शाश्वत ने किया।