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एसजीपीजीआई में जुटे विशेषज्ञों ने बताया ब्रेस्ट रीकंस्ट्रक्शन का शारीरिक और भावनात्मक महत्व

-ब्रेस्ट कैंसर सर्वाइवर अभिनेत्री महिमा चौधरी ने भी किया स्तन पुनर्निर्माण के प्रति जागरूक
-टाटा मेमोरियल इंस्टीट्यूट ने पीजीआई व कल्याण सिंह कैंसर इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर आयोजित किया कार्यक्रम


सेहत टाइम्स

लखनऊ। स्तन पुनर्निर्माण के लिए जागरूकता बढ़ाने और समर्थन को बढ़ावा देने के एक ठोस प्रयास में, टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल ने संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट और कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी इंस्टीट्यूट, लखनऊ के सहयोग से 18 नवंबर को एसजीपीजीआई में स्तन कैंसर सर्जरी के बाद स्तन पुनर्निर्माण के बारे में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। यह उत्तर भारत में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है। इस परिवर्तनकारी पहल का उद्देश्य जनता को मास्टेक्टॉमी के बाद स्तन पुनर्निर्माण के शारीरिक और भावनात्मक महत्व के बारे में शिक्षित करना, साझा अनुभवों और सशक्तिकरण के लिए एक मंच प्रदान करना है।

समारोह में मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि कैंसर से घबराने की नहीं बल्कि इसका मुकाबला करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एसजीपीजीआई, केजीएमयू, कल्याण सिंह कैंसर संस्थान और डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में कैंसर का उचित इलाज उपलब्ध है। विशिष्ट अतिथि आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की क्षेत्रीय प्रमुख महालक्ष्मी सुब्रमणि थीं। विशेष अतिथि स्तन कैंसर सर्वाइवर सामाजिक कार्यकत्री अभिनेत्री महिमा चौधरी और स्तन कैंसर सर्वाइवर, अभिनेत्री और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर छवि मित्तल थीं।

कार्यक्रम में निदेशक एसजीपीजीआई डॉ. आरके धीमन, प्रोफेसर और हेड प्लास्टिक एंड रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी, टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, डॉ. विनय कांत शंखधर, प्रोफेसर एवं उपनिदेशक कैंसर महामारी विज्ञान केंद्र, डॉ. पंकज चतुर्वेदी संस्थापक सदस्य, बीआरएएसए, डॉ. भागवत माथुर, अध्यक्ष, बीआरएएसए व पूर्व एचओडी प्लास्टिक एंड रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी एसएमएस जयपुर, डॉ प्रदीप गोइल तथा सचिव, बीआरएएसए व प्रोफेसर प्लास्टिक एंड रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी एसजीपीजीआई डॉ. अंकुर भटनागर उपस्थित थे।

उपस्थित लोगों को एक ज्ञानवर्धक सत्र दिखाया गया, जिसमें स्तन पुनर्निर्माण के बारे में फिल्म ‘पावर ऑफ चॉइस’ प्रदर्शित की गई, जिसमें स्तन कैंसर से बचे उन लोगों की प्रेरणादायक व्यक्तिगत कहानियाँ थीं, जिनका पुनर्निर्माण हुआ था। प्रतिष्ठित चिकित्सकों और अधिवक्ताओं ने प्रतिभागियों को जानकारीपूर्ण चर्चाओं में शामिल किया, मिथकों को दूर किया और स्तन पुनर्निर्माण की जटिलताओं से निपटने वालों के लिए मूल्यवान संसाधन प्रदान किए।

कार्यक्रम की सफलता प्रतिभागियों के बीच विचारों और अनुभवों के जीवंत आदान-प्रदान से स्पष्ट थी। यात्रा के भावनात्मक पहलुओं को संबोधित करने से लेकर पुनर्निर्माण तकनीकों में नवीनतम प्रगति में व्यावहारिक अंतर्दृष्टि प्रदान करने तक, इस कार्यक्रम ने उपस्थित सभी लोगों पर एक अमिट छाप छोड़ी।

आयोजन अध्यक्ष डॉ. विनय कांत शंखधर ने कहा, ‘हमारा मानना ​​है कि स्तन पुनर्निर्माण के बारे में जागरूकता और समझ को बढ़ावा देकर, हम व्यक्तियों को उनकी स्तन-उच्छेदन( Mastectomy) के बाद की यात्रा के बारे में सूचित निर्णय लेने के लिए सशक्त बना सकते हैं। यह कार्यक्रम सिर्फ एक आयोजन नहीं है; यह उत्सव है, साझा कहानियों के लिए एक मंच है, और इस अवसर पर पुनर्प्राप्ति की राह पर चलने वालों के लिए आशा की किरण है।

जागरूकता कार्यक्रम को पूरे देश में कई AWWA केंद्रों पर प्रसारित किया गया। यह कार्यक्रम ब्रैस्कॉन 2023 का एक हिस्सा था जो ब्रेस्ट रिकंस्ट्रक्टिव एंड एस्थेटिक सर्जन एसोसिएशन (बीआरएएसए) का 10वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन है। आयोजकों को उम्मीद है कि जागरूकता के माध्यम से कोई भी महिला स्तन कैंसर के संदेह के साथ डॉक्टर के पास जाने से नहीं डरेगी क्योंकि उसे डर होगा कि वह विकृत महसूस कर सकती है और हर महिला में स्तन कैंसर की कठिन यात्रा का सामना करने और इससे बाहर आने का आत्मविश्वास होगा।

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