-बस्ती का रहने वाला युवक था गोरखपुर में भर्ती, बुजुर्ग भर्ती थे मेरठ में
-उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से मौत का आंकड़ा 0 से पहुंचा 2
लखनऊ। कोरोना वायरस से उत्तर प्रदेश में दो मौतों की खबर है। पहली मौत बस्ती निवासी युवक, जो गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती था, उसकी हुई तथा दूसरी मौत मेरठ में एक बुजुर्ग की होने की खबर है। बस्ती में जिस युवक की मौत हुई है, उसकी उम्र 25 साल बतायी गयी है, इतनी कम उम्र में कोरोना से मौत का भारत में पहला मामला बताया जा रहा है। इससे पहले बिहार में एक 38 साल के व्यक्ति की कोरोना ने जान ली थी। बस्ती वाले युवक की जांच के लिए नमूना केजीएमयू भेजा गया था, केजीएमयू से बुधवार को जारी रिपोर्ट में कोरोना वायरस होने की पुष्टि की गयी थी आपको बता दें कि अब तक यह माना जा रहा था कि कोरोना वायरस से सबसे अधिक खतरा बुजुर्गों को, श्वास संबंधी रोग से ग्रसित मरीजों को, किडनी के मरीजों या कमजोर इम्यूनिटी वालों को है।
इसके अतिरिक्त मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती 72 वर्षीय कोरोना वायरस संक्रमित बुजुर्ग की मौत हो गई। जिस संक्रमित की मौत हुई है वह महाराष्ट्र के अमरावती से आए कोरोना संक्रमित युवक के ससुर थे। ससुराल आए इस युवक की 27 मार्च को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके अगले ही दिन उनकी पत्नी तथा पत्नी के दो भाई भी पॉजिटिव हो गए। इसके बाद ससुर भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए। सभी को मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जहां पर आज बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। इसी परिवार से जुड़े एक युवक की हालत गंभीर बनी है।
बताया जा रहा है कि मरने वाले बुजुर्ग को 29 मार्च को भर्ती कराया गया था। उसके बाद से उन्हें ऑक्सीजन पर रखा गया था। मंगलवार देर रात उनकी तबियत बिगड़ने लगी, जिसकी सूचना डॉक्टरों ने दी। उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया। इस मरीज को शुगर की भी शिकायत बतायी जा रही है। बुधवार सुबह आठ बजे के करीब इनकी हालत ज्यादा ख़राब हो गई। 11 बजे के करीब इनकी मौत हो गई। कोरोना वायरस संक्रमित मरीज की मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार ही होगा। उनकी बॉडी तीन परतों में पैक कराई जा रही है। साथ ही अन्य प्रोटोकॉल का भी पालन किया जा रहा है।
मेरठ में कोरोना के 13 मामले पाए गए हैं, जिनमें से 11 एक ही खानदान से संबंधित है। गोरखपुर में जिस युवक की मौत हुई है वह बस्ती जिले के तुरकहिया मोहल्ले का रहने वाला था। वह परचून की दुकान चलाता था। पिछले तीन-चार महीनों से उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं पाई गई है, लेकिन आम तौर पर वह बीमार रह रहा था।युवक का गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अपना इलाज करवा रहा था। बीआरडी मेडिकल कॉलेज की लैब ने पहले ही इसमें कोरोना की पुष्टि कर दी थी। युवक की सोमवार को ही मौत हो गई थी, लेकिन बीआरडी मेडिकल कॉलेज ने नमूना दोबारा जांच करने के लिए केजीएमयू में भेजा था। आज केजीएमयू में दुबारा जांच के बाद युवक में फिर से करोना की पुष्टि हुई।
बस्ती का युवक रविवार को मेडिकल कॉलेज में सांस फूलने की शिकायत लेकर भर्ती हुआ था। पहले मेडिसिन वार्ड में भर्ती किया गया। इसके बाद में तबीयत बिगडऩे पर उसे ट्रॉमा सेंटर के आइसीयू में लाया गया। वहां सोमवार को उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने संदेह के आधार पर कोरोना संक्रमण की जांच के लिए उसकी लार का नमूना लेकर लैब में भेज दिया। यहां जांच रिपोर्ट संदिग्ध आई थी। उसे पुन: जांच कराने के लिए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजा गया था। वहां हु़ई जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाने से मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मचा हुआ है। मरीज की देखरेख में दो डॉक्टर, दो स्टाफ नर्स व दो वार्ड ब्वाय लगे थे। उन्हें तत्काल आइसोलेट करा दिया गया है। बिना व्यक्तिगत सुरक्षा किट के मरीज की लार का नमूना लेने वाले दो लैब टेक्नीशियनों को भी हास्टल में आइसोलेट करा दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने कहा कि रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है। पूरी सावधानी बरती जा रही है। प्रत्येक डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टॉफ को प्रोटोकाल के अनुसार सुरक्षा किट उपलब्ध कराई जा रही है। पूरे वार्ड, आइसीयू व जिस रास्ते से मरीज गुजरा था, अगल-बगल की दीवारों को असंक्रमित कर दिया गया है। अब यहां पर नए आ रहे मरीजों को देखने में पूरी सावधानी बरतने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।