-रैपिड रिस्पॉन्स टीम के आठ कर्मी इसी वर्ष ड्यूटी करते हुए हो चुके हैं शहीद
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोविड ड्यूटी कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों के लिए प्रोत्साहन धनराशि घोषित किये जाने के क्रम में आयुष फार्मासिस्ट संघ उप्र एवं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ उप्र ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि शासनादेश में कोविड कंट्रोल रूम में कार्यरत कर्मचारियों को एवं रैपिड रिस्पॉस टीम में कार्यरत कर्मचारियों को भी शामिल करते हुए शासनादेश में संशोधन किया जाना न्यायोचित होगा।
आयुष फार्मासिस्ट संघ उप्र के प्रदेश अध्यक्ष अम्मार जाफरी और राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ उप्र के अध्यक्ष डॉ आनंद प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित अपने पत्र में कहा है कि शासनादेश में कोविड कंट्रोल रूम में कार्यरत कर्मचारियों को एवं रैपिड रिस्पॉस टीम में कार्यरत कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि देने का वर्णन नहीं है, जिससे कर्मचारियों को अत्यंत पीड़ा हुई है।
पत्र में कहा गया है कि रैपिड रिस्पॉस टीम संक्रमित के सीधे सम्पर्क में आकर उसको दवा पहुंचाने से लेकर होम आइसोलेशन तक सम्पूर्ण कार्य सम्पादित करती है। रैपिड रिस्पॉस टीम में राष्ट्र सेवा करके हमारे अनेक साथी शहीद भी हुए हैं, इनमें वर्ष 2021 में ही आठ साथी शामिल हैं, इनमें चार लैब टेक्नीशियन, दो एएनएम, एक सीएचओ और एक फार्मासिस्ट शामिल हैं।
नेताद्वय ने कार्य को देखते हुए नयी भर्ती किये जाने के आदेश का जिक्र करते हुए पत्र में अनुरोध किया है कि वर्ष 2020 में आयुष फार्मासिस्ट एवं स्टाफ़नर्सों को विभाग द्वारा कोविड का प्राथमिक प्रशिक्षण दिया गया। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए योग्य/अनुभवी/कोविड प्रशिक्षण धारक आयुष फार्मासिस्ट एवं उपचारिकाओं की सेवा लेना जनहित में सार्थक होगा साथ ही 20 वर्षों से रोज़गार की आस में बैठे बेरोज़गार साथियों को भी राहत मिलेगी।