-आयुष मंत्रालय के अधीन संस्थान ने विकसित की है बाल रक्षा किट
सेहत टाइम्स ब्यूरो
नयी दिल्ली/लखनऊ। अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) ने 16 साल तक के बच्चों के लिए इम्यूनिटी बूस्टिंग ‘बाल रक्षा किट’ विकसित की है। आयुष मंत्रालय के अधीन इस संस्थान द्वारा विकसित की गयी यह किट से कोरोना संक्रमण से लड़ने और बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करेगी। कहा जा रहा है कि यह किट ऐसे समय विकसित हुई है जब कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है, हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि तीसरी लहर की संभावना न के बराबर है, लेकिन फिर भी सतर्क रहने की सलाह विशेषज्ञों द्वारा दी जा रही है। एम्स दिल्ली के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया का कहना है कि अगले चार से छह सप्ताह हमें अभी सतर्क रहने की आवश्यकता है।
आयुष मंत्रालय के अनुसार किट में अन्नू का तेल, सितोपलादि और च्यवनप्राश के अलावा तुलसी, गिलोय, दालचीनी, मुलेठी और सूखे अंगूर से बना एक सिरप होता है, जिसमें अद्भुत औषधीय गुण हैं। बताया जाता है कि इसके नियमित सेवन से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। अधिकारियों ने बताया कि यह किट आयुष मंत्रालय के सख्त दिशा-निर्देशों के तहत बनाई गई है। इसका निर्माण उत्तराखंड स्थित भारत सरकार के उपक्रम इंडियन मेडिसिन्स फार्मास्युटिकल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने अपने प्लांट में किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान 2 नवंबर को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस (National Ayurveda Day) पर 10,000 किट फ्री में बांटेगा। भारत में अभी तक बच्चों के लिए कोई कोविड वैक्सीन उपलब्ध नहीं है, इसलिए बाल सुरक्षा किट बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। एआईआईए की निदेशक डॉ तनुजा नेसारी का कहना है कि बच्चों को काढ़े की कड़वाहट से दवा लेने में दिक्कत न हो इसलिए ऐसे काढ़े की चाशनी तैयार की गयी है, इसमें सर्दी-खांसी से बचाव के लिए कुछ अन्य दवाएं भी मिलायी गयी हैं। डॉ नेसारी ने कहा इस किट के साथ बच्चों के स्वास्थ्य में समग्र सुधार के लिए 5000 बच्चों को सुवर्णप्राशन (स्वर्ण प्राशन) भी दिया जायेगा