-लोहिया संस्थान में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी वर्ष का दो दिवसीय उत्सव प्रारम्भ

सेहत टाइम्स
लखनऊ। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की छात्र कल्याण समिति द्वारा भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में दो दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत आज 24 दिसम्बर को भाषण, पोस्टर और कविता प्रतियोगिताओं से की गयी। कार्यक्रम में कर्मचारियों, एमबीबीएस, और नर्सिंग छात्रों ने उत्साह के साथ भाग लिया।
प्रो शैली महाजन, डेन्टल विभाग द्वारा कार्यक्रम की पृष्ठ भूमि पर प्रकाश डाला गया और सभागार एवं ऑन-लाइन माध्यम से जुड़े समस्त प्रशासनिक पदाधिकारियों, संकाय सदस्यों, कर्मचारियों और नर्सिंग छात्रों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। संस्थान के निदेशक प्रो. (डा) सी.एम. सिंह ने अटल बिहारी वाजपेयी को एक महान प्रशासक और उदार हृदय वाले व्यक्ति के रूप में याद किया। संस्थान के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो.ए.के. सिंह ने कविता सुनाते हुए उन्हें योद्धा और बुद्धि के प्रतीक के रूप में वर्णित किया।


डीन प्रो. डॉ. प्रद्युम्न सिंह, रजिस्ट्रार प्रो डॉ ज्योत्सना अग्रवाल, छात्र परिषद अध्यक्ष प्रो. डॉ विनीत मित्तल, छात्र कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रो. डॉ. ए.पी. जैन और नर्सिंग कॉलेज के अध्यक्ष प्रो. डॉ. धर्मेंद्र श्रीवास्तव ने भी अटल बिहारी के प्रति अपनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने एक राजनेता और कवि के रूप में उनकी अटूट प्रतिबद्धता और संवेदनशीलता की प्रशंसा की।
डॉ. प्रज्ञा पाठक (उप प्राचार्य, नर्सिंग कॉलेज), मुख्य नर्सिंग अधिकारी (सीएनओ) सुमन सिंह, नर्सिंग अधीक्षक कामिनी कपूर, डॉ. शुभांकर और डॉ. सृष्टि श्रीवास्तव ने भी अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
आयोजन सचिव प्रो. शैली महाजन ने अटल बिहारी की कविता “आओ फिर से दिया जलाएं” का उल्लेख करते हुए उनकी संवेदनशीलता और मानवता के प्रति प्रेम को याद किया।
सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए और प्रतियोगिताओं के विजेताओं को उनकी उत्कृष्ट प्रयासों के लिए बधाई दी गई। यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश सरकार एवं शासन की तरफ से संस्थान में आज से 25 दिसम्बर तक उस महान नेता को समर्पित श्रद्धांजलि के रूप मे मनाया जाएगा, जिसकी विरासत पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। कार्यक्रम का संचालन निमिषा सोनकर, जेआरओ द्वारा किया गया।
