-होली के त्यौहार में कैसे रखें अपनी आंखों का खयाल, बता रहे केजीएमयू के डॉक्टर
होली हर्षोल्लास व उमंग का त्यौहार है जिसमें रंग तथा संगीत मिलकर हर आयु वर्ग पर जादुई आभा बिखेरते हैं। हालांकि कभी-कभी थोड़ी सी लापरवाही के कारण हम अपनी आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं तथा त्यौहार के आनंद को खराब कर सकते हैं। आंख एक नाजुक और महत्वपूर्ण अंग है तथा रंगों के प्रति संवेदनशील होती है। इस लेख में अपनी आंखों को रंगों के हानिकारक प्रभाव से बचाने के उपायों पर प्रकाश डाल रहे हैं केजीएमयू के नेत्र विभाग के डॉ मोहम्मद शादाब।
1- रंग खेलने से पहले आंखों के आसपास नारियल का तेल अथवा क्रीम लगाएं।
2- जहरीले रासायनिक रंगों का प्रयोग ना करें।
3- बाजार में उपलब्ध अधिकांश रंगों में मरकरी, लेड जैसे हानिकारक रसायन होते हैं जो आंखों में जलन, लाली तथा दृष्टि के स्थाई नुकसान जैसे लक्षण पैदा कर सकता है।
3- कांटेक्ट लेंस ना पहनें तथा सुरक्षात्मक चश्मा अथवा धूप के चश्मे का प्रयोग जरूर करें।
4- रंग भरे गुब्बारों का प्रयोग ना करें क्योकि गुब्बारा आंख में लगने पर आंख का पर्दा (रेटीना) क्षतिग्रस्त हो सकता है।
5- रंग खेलने के दौरान अपने चेहरे तथा आंखों को छूने से बचें, ऐसा करके आंखों को संक्रमण से बचा जा सकता है।
6- यदि आंखों में रंग चला जाता है तो अपनी आंखों को ना रगड़ें अन्यथा पुतली पर खरोच आ सकती है जिससे आंखों में संक्रमण या पुतली का संक्रमण भी हो सकता है।
7- आंखों में रंग चले जाने पर साफ पानी से आंखों को धुलें।
समस्या या संक्रमण होने पर स्वयं इलाज ना करें
आंख में रंग चले जाने पर नेत्र चिकित्सक की सलाह से ही इलाज करें। आंख में डालने वाले सभी आई ड्रॉप्स एक समान नहीं होते। कभी-कभी गलत आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल आपकी आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है।
आंखों में रंग जाने की स्थिति में आप लुब्रिकेटिंग आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
आंखों में स्टोराइड ड्रॉप का उपयोग करने से बचना चाहिए क्योंकि भले ही वह तत्काल राहत प्रदान कर सकते हैं परंतु गंभीर दीर्घकालीन नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।
हम आशा करते हैं कि आप सुरक्षित होली मनाएंगे तथा होली के रंग आपके जीवन को रंग-बिरंगी खुशियों से भर देंगे।
वृद्धजन भी लें होली के पकवानों का आनन्द, बस इन बातों का रखें ध्यान