-नैक में हासिल हुई उपलब्धि की कहानी अन्य विश्वविद्यालयों के साथ भी साझा करने के दिये निर्देश
-राजभवन में आयोजित विशेष बैठक में कहा, नैक में मिली सफलता के पीछे पूरे संस्थान की मेहनत
सेहत टाइम्स
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल, संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई), लखनऊ की कुलाध्यक्ष आनंदी बेन पटेल ने संस्थान की नैक में ‘ए प्लस प्लस‘ ग्रेडिंग प्राप्त करने के लिए निदेशक, पूरी टीम और कर्मचारियों को बधाई देते हुए इस उपलब्धि को उनके कठिन परिश्रम का परिणाम बताया। साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि अब एस0जी0पी0जी0आई0 को वर्ल्ड रैंकिंग के लिए कार्य करना चाहिए और अन्य विश्वविद्यालयों को नैक की तैयारी में मार्गदर्शन प्रदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि केवल शुरुआत है, और सतत प्रयास से और भी ऊंचाइयों को प्राप्त किया जा सकता है।
आनंदी बेन ने यह बात आज 7 जनवरी को यहां राजभवन में एसजीपीजीआई, लखनऊ संस्थान की नैक में ‘ए प्लस प्लस‘ ग्रेडिंग प्राप्त करने के उपलक्ष्य में एक आयोजित विशेष बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि नैक की तैयारी के दौरान संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ की टीम ने एक परिवार की तरह मिलकर कार्य किया। यह प्रक्रिया न केवल संस्थान के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि टीम भावना, आपसी प्रेम और सद्भाव को बढ़ाने का भी अवसर बनी। उन्होंने कहा कि नैक का अर्थ केवल गुणवत्ता से है, और इस दिशा में संस्थान ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
राज्यपाल ने यह भी कहा कि टीम ने मरीजों की देखभाल के साथ नैक की तैयारियों को प्राथमिकता दी, जो मानवता और समर्पण का अद्भुत उदाहरण है। उन्होंने निर्देश दिया कि ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए रोजगार सृजन और सामाजिक सम्मान की दिशा में काम किया जाए। साथ ही, उन्होेंने समर्थ पोर्टल पर डाटा अपलोड करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
बैठक में एस0जी0पी0जी0आई0 के निदेशक पद्मश्री डॉ. राधाकृष्ण धीमन ने राज्यपाल और राजभवन टीम का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के दिशा-निर्देश, प्रेरणा और सतत समीक्षा बैठकों के कारण ही यह सफलता संभव हो सकी। उन्होंने बताया कि शुरुआत में नैक की तैयारी में कई चुनौतियां आईं, लेकिन राज्यपाल के मार्गदर्शन से टीम को स्पष्ट दिशा मिली और धीरे-धीरे तैयारी पूर्णता की ओर बढ़ती गई।
उन्होंने कहा कि यह सफलता राज्यपाल के सतत मार्गदर्शन और टीम के सभी सदस्यों की मेहनत का नतीजा है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए सभी को धन्यवाद दिया और कहा कि यह प्रेरणा आगे वर्ल्ड रैंकिंग की दिशा में काम करने के लिए ऊर्जा प्रदान करेगी। बैठक में संस्थान टीम के सदस्यों ने नैक की तैयारी के दौरान के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि नैक की तैयारी के लिए उन्हें देर रात तक काम करना पड़ा, लेकिन इस प्रक्रिया में उन्होंने मरीजों की देखभाल को भी प्राथमिकता दी।
राज्यपाल ने एस0जी0पी0जी0आई0 को अपनी सफलता की कहानी अन्य विश्वविद्यालयों तथा परिवार के साथ साझा करने का निर्देश दिया, ताकि यह प्रेरणा का स्रोत बने। उन्होंने कहा कि नैक के माध्यम से टीम भावना को बढ़ावा मिला है, और यह अनुभव वर्ल्ड रैंकिंग की तैयारियों में मददगार साबित होगा। उन्होंने विश्वास जताया कि यह सफलता अन्य विश्वविद्यालयों के लिए प्रेरणा बनेगी और एस0जी0पी0जी0आई0 भविष्य में वर्ल्ड रैंकिंग की दिशा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करेगा।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा और चिकित्सा संस्थानों में निरंतर सुधार और उत्कृष्टता की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हो रही है। वर्ष 2022 से अब तक राज्य के 08 विश्वविद्यालयों को ‘ए प्लस प्लस‘ ग्रेड, 04 विश्वविद्यालयों को ‘ए प्लस‘ ग्रेड तथा 01 विश्वविद्यालय को ‘ए‘ ग्रेड प्राप्त हुआ है। यह उपलब्धियां राज्य के शैक्षणिक और स्वास्थ्य संस्थानों की गुणवत्ता को दर्शाती हैं।
इस विशेष बैठक के अवसर पर अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ0 सुधीर महादेव बोबडे, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा डॉ0 पंकज एल0 जानी, एस0जी0पी0जी0आई0 नैक टीम के सदस्यगण सहित अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।