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स्‍वास्‍थ्‍य भवन घेरकर फार्मासिस्‍टों का एलान, मांगें न मानीं तो 10 दिसम्‍बर से बेमियादी हड़ताल

प्रदेश भर से आये करीब दो हजार फार्मासिस्‍टों ने दी शासन-प्रशासन को चेतावनी

 

लखनऊ 15 नवम्‍बर। वेतन विसंगति दूर करने, पदों का पुनर्गठन, पद सृजन, उपकेंद्र में पद सृजन, भत्तों का पुनरीक्षण, पुरानी पेंशन बहाली, अनैतिक स्थानांतरण निरस्त करने सहित 14 सूत्रीय मांग पत्र के समर्थन में आज प्रदेश के लगभग 5000 फार्मासिस्टों ने लखनऊ में स्वास्थ्य महानिदेशक का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष संदीप बडोला, महामंत्री के के सचान ने किया। घेराव-प्रदर्शन के बीच महानिदेशक डॉ पद्माकर सिंह आंदोलनरत फार्मेसिस्‍टों के बीच आये और आश्‍वासन दिया कि वे उनकी मांगों पर सकरात्‍मक तरीके से विचार कर अपने स्‍तर की मांगों को पूरा करते हुए शासन के स्‍तर की मांगों को शासन के समक्ष रखकर पूरा करवायेंगे। दूसरी ओर संघ का कहना है कि अगर मांगें पूरी न हुईं तो 3 दिसम्‍बर से आंदोदन का अगला चरण शुरू करते हुए 10 दिसम्‍बर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जायेगी।

संघ के प्रवक्ता एवं राजकीय फार्मासिस्ट महासंघ के अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि आज सुबह 8 बजे से ही महानिदेशालय पर फार्मासिस्ट का जत्था अपने जनपद के बैनर के साथ जोरदार नारों के साथ आने लगा था । 10 बजते-बजते हजारों फार्मासिस्टों ने महानिदेशालय को पूरी तरह घेर लिया। प्रदर्शन में सभी 75 जिलो के साथ फार्मासिस्ट की संख्या बढ़ती गई ,  निदेशक प्रशासन द्वारा पहले धरने को रोकने का प्रयास भी किया गया, परंतु फार्मासिस्ट की बढ़ती संख्या को देखकर उन्होंने धरने में व्यवधान उत्पन्न नहीं किया। पूरा महानिदेशालय प्रदेश भर की जनपद शाखाओ के बैनर से रंगीन हो गया था । भारी प्रदर्शन को देखते हुए महानिदेशक डॉ पदमाकर सिंह 2 बजे फार्मासिस्ट के धरना स्थल पर आकर ज्ञापन लिया और फार्मेसिस्टों को आश्‍वस्त किया कि महानिदेशालय स्तर की मांगों को तत्काल पूरा किया जाएगा तथा शासन स्तर पर लम्बित मांगों पर शासन में निर्णय लेने के लिए स्वयं मध्यस्‍थता करेंगे।

आक्रोशित फार्मेसिस्टों ने कहा कि संघ की वेतन विसंगति का प्रकरण शासन स्तर पर लम्बित है, पदों का पुनर्गठन नहीं हो रहा है,  जिससे नए पद भी सर्जित नहीं हो पा रहे हैं। उपकेन्द्रों पर फार्मासिस्टों के पद सृजित नहीं हो रहे। फार्मासिस्टों को मिल रहे भत्ते वर्षों से पुनरीक्षित नहीं हो रहे। मांगों की पूर्ति के स्थान पर महानिदेशालय द्वारा मध्य सत्र में स्थानांतरण कर दिये गए, जिससे प्रदेश के फार्मेसिस्‍ट आक्रोशित है।

 

धरने को संबोधित करते हुए वरिष्ठ उपाध्यक्ष उपेन्द्र सिंह, उपाध्यक्ष राजेंद्र पटेल, संघटन मंत्री आरपी सिंह , ने कहा कि मांगों पर निर्णय होने तक आंदोलन जारी रहेगा।  3 दिसंबर से आंदोलन का अगला चरण शुरू होगा तथा 10 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की गई।

 

आंदोलन में मुख्यालय सचिव सुभाष श्रीवास्तव, प्रदेश उप सचिव निश्‍चल भटनागर , संप्रेषक शिव करण यादव,  संगठन मंत्री कपिल चौधरी, मण्डलीय सचिव हेमन्त चौधरी एवं प्रदेश औऱ जिलो के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे ।