मेडिकल कॉलेज प्रशासन में हड़कंप, डॉक्टर की निलंबन वापसी के बाद हड़ताल वापस
इलाहाबाद स्थित मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के पीजी मेडिसिन कोर्स के एक छात्र ने नींद की गोलियां खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। बताया जाता है कि छात्र सीनियर की प्रताड़ना और अपने निलंबन को लेकर आहत था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीजी मेडिसिन कोर्स कर रहे छात्र डॉ. प्रमोद गुप्ता ने सीनियर डॉक्टर की प्रताड़ना और अपने निलंबन से आहत होकर बुधवार की रात नींद की गोलियां निगल लीं। हालत खराब होने पर साथी डॉक्टरों ने उन्हें एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया।
सुबह जब इसकी जानकारी जूनियर डाक्टरों को हुई, तो वह ओपीडी समेत अस्पताल की सभी सेवाएं ठप कर हड़ताल पर चले गए। इससे मरीजों और तीमारदारों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। जूनियर डाक्टरों ने कॉलेज व संबद्ध एसआरएन हॉस्पिटल में हंगामे के साथ मेडिकल सेवा रोक दी जिससे मरीजों को काफी दिक्कत हुई।
ओपीडी बंदकर धरने पर बैठ जाने के कारण पूरे जिले में हड़कंप की स्थिति पैदा हो गई। डाक्टरों द्वारा स्वास्थ्य सेवा ठप किए जाने से मरीजों का बुरा हाल रहा। जूनियर डॉक्टरों ने हॉस्पिटल के पास खुली सभी मेडिकल स्टोर की दुकानों को भी जबरन बंद करा दिया। डॉक्टरों के उग्र रूप के आगे पुलिस भी पहले खामोश रही और विभागीय निपटारे की उम्मीद में हालात पर नजर बनाये रही।
गुरुवार की सुबह से ही इलाहाबाद मेडिकल कॉलेज में हंगामा मचना शुरू हो गया। ओपीडी और मेडिकल सेवाएं ठप होने की सूचना के बाद कालेज और अस्पताल प्रशासन हरकत में आया। इसके बाद कालेज के प्रिंसिपल और संबंधित विभाग के हेड मौके पर पहुंचे और फिर हड़ताली डॉक्टरों से बात की गयी। दोपहर बाद डॉक्टर का निलंबन वापस होने पर जूनियर डॉक्टर काम पर लौटे, जिसके बाद स्वास्थ्य व्यवस्था को सामान्य कराया जा सका।