Tuesday , December 9 2025

जीवन रक्षक आपात स्थितियों में अल्ट्रासाउंड और वेंटीलेशन पर कार्यशाला

-सोसाइटी ऑफ एक्यूट केयर ट्रॉमा एंड इमरजेंसी मेडिसिन ने एसजीपीजीआई में आयोजित किया दो दिवसीय कार्यक्रम

सेहत टाइम्स

लखनऊ। सोसाइटी ऑफ एक्यूट केयर ट्रॉमा एंड इमरजेंसी मेडिसिन सैक्टम (SACTEM) ने लखनऊ में अपने प्रमुख राष्ट्रीय शैक्षणिक कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन किया, जिसमें एम्स, पीजीआईएमईआर, एसजीपीजीआईएमएस, केजीएमयू और आरएमएलआईएमएस के प्रमुख आपातकालीन और क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ एक साथ आए।
उच्च स्तरीय राष्ट्रीय गोलमेज चर्चा आपातकालीन देखभाल के दो महत्वपूर्ण स्तंभों सुरक्षित इन्फ्यूजन प्रथाएँ
और आपातकालीन विभागों में मूत्र मार्ग संक्रमण (यूटीआई) का प्रबंधन पर विशेषज्ञ विचार-विमर्श के साथ संपन्न हुई। अब इन सिफारिशों को राष्ट्रव्यापी क्रियान्वयन के लिए राष्ट्रीय सहमति दिशानिर्देशों में संकलित किया जाएगा।

संस्थान द्वारा जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी देते हुए बताया गया है कि सतत चिकित्सा शिक्षा और व्यावहारिक कार्यशाला 6 और 7 दिसंबर को सफलतापूर्वक आयोजित की गई। SACTEM ने SGPGI लखनऊ के सहयोग से एक अत्यंत सफल दो दिवसीय CME का आयोजन किया, जिसमें संक्रामक रोग, आपातकालीन अल्ट्रासाउंड कार्यशाला – पल्स (जीवन रक्षक आपात स्थितियों में प्रोएक्टिव अल्ट्रासाउंड) PULSE (Proactive Ultrasound in Life-Saving Emergencies) तथा यांत्रिक वेंटिलेशन कार्यशाला – वेंटप्रो (वेंटिलेशन प्रवीणता कार्यक्रम) VENTPRO (Ventilation Proficiency Program) विषयों पर चर्चा की गई।

पल्स का आयोजन आपातकालीन चिकित्सकों के बीच पॉइंट-ऑफ-केयर अल्ट्रासाउंड कौशल को मज़बूत करने के लिए किया गया, जबकि वेंटप्रो ARDS, COPD, वीनिंग रणनीतियों, लूप्स/कर्व्स और उन्नत मोड सहित संरचित व्यावहारिक वेंटिलेटर प्रशिक्षण पर केंद्रित था। इन सत्रों का आयोजन एसजीपीजीआई के एचजी खुराना ऑडिटोरियम में आयोजित किए गए, जिसमें 60 से अधिक राष्ट्रीय संकाय विशेषज्ञों की सक्रिय भागीदारी रही। मेडिकल ऑफिसर्स के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण इस दिन का मुख्य आकर्षण रहा।

सैक्टम ने नमो क्लीनिक, जिला अस्पताल तथा सरकारी चिकित्सा प्रतिष्ठान संस्थानों के डॉक्टरों के लिए निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने वाली अपनी विशेष पहल को सफलतापूर्वक पूरा किया। प्रशिक्षण में यूएसजी-पल्स और वेंटिलेटर-वेंटप्रो शामिल थे। इस पहल का उद्देश्य पूरे उत्तर प्रदेश में आपातकालीन देखभाल प्रदान करने में सुधार करना है।

संजय गांधी पीजीआई लखनऊ के निदेशक प्रो. आर. के. धीमन इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने गोल्डन ऑवर के दौरान आपातकालीन चिकित्सकों की महत्वपूर्ण भूमिका और यूएसजी-पल्स और वेंटप्रो प्रशिक्षण कार्यक्रमों के महत्व पर ज़ोर दिया। संस्थान के आपातकालीन चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आर.के. सिंह भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का नेतृत्व आयोजन सचिव डॉ. अलका वर्मा और आयोजन अध्यक्ष डॉ. लोकेंद्र गुप्ता ने किया, साथ ही एसजीपीजीआईएमएस की मज़बूत शैक्षणिक भागीदारी और देश भर के संकाय सदस्यों ने भी इसमें भाग लिया।

देश भर के चिकित्सकों की उत्साही भागीदारी के साथ, इस दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यक्रम ने आपातकालीन और गहन चिकित्सा देखभाल में नैदानिक ​​​​तैयारी को सफलतापूर्वक बढ़ाया। एसएसीटीईएम (SACTEM) ने आगे भी उत्तर प्रदेश में आपातकालीन प्रणालियों को मज़बूत करने के लिए पल्स और वेंटप्रो कार्यशालाओं को जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Time limit is exhausted. Please reload the CAPTCHA.