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योगी ने केजीएमयू को दी 92 आईसीसीयू बेड वाली अत्याधुनिक हृदय रोग इकाई की सौगात

-लारी कार्डियोलॉजी के 84 मिलाकर भर्ती के लिए अब कुल बेड की संख्या हुई 176

-105 करोड़ की लागत से तैयार न्यू कॉर्डियाेलॅजी विंग में हैं दो अत्याधुनिक कैथ लैब

सेहत टाइम्स

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को उत्तम स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ाते हुए किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय को हृदय रोगियों के इलाज के लिए 105 करोड़ की लागत से बनी, दो अत्याधुनिक कैथ लैब, 92 आईसीसीयू बेड वाली न्यू कॉर्डियोलॉजी विंग की सौगात दी। यहां पर हृदय रोगियों का आधुनिक और विश्वस्तरीय सुविधाओं से इलाज किया जाएगा। न्यू कार्डियोलॉजी विंग न केवल तकनीकी दृष्टि से अत्याधुनिक है बल्कि यह प्रदेश के अन्य चिकित्सा संस्थानों के लिए एक आदर्श मॉडल भी बनेगी। वर्तमान में लारी कार्डियोलॉजी में 84 बेड उपलब्ध हैं, इस नयी विंग के बन जाने से अब यहां बेड की संख्या बढ़कर 176 हो गयी है। इस सुविधा के बाद अब उम्मीद जतायी जा रही है कि मरीजों को बेड के अभाव में भर्ती न कर उन्हें रेफर किये जाने के मामलों पर लगाम लगेगी।

केजीएमयू की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि मुख्यमंत्री ने न्यू काॅर्डियोलॉजी विंग का उद्धाटन किया। इससे लखनऊ के साथ प्रदेशभर के हृदय रोगियों को राहत मिलेगी। अभी तक हृदय रोगियों को इलाज के लिए एसजीपीजीआई, लोहिया संस्थान और लारी कार्डियोलॉजी पर निर्भर रहना पड़ता था, जहां बेड की सीमित उपलब्धता के कारण मरीजों को अक्सर रेफर करना पड़ता था। वर्तमान में लारी कार्डियोलॉजी में मात्र 84 बेड उपलब्ध हैं, जिससे अधिकतर समय सभी बेड फुल रहते हैं। अब नए भवन के शुरू होने से इसमें 92 आईसीसीयू नए बेड जुड़ गए हैं, जिससे कुल क्षमता 176 बेड तक पहुंच गई है।

कुलपति ने कहा कि योगी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में निरंतर सुधार और विस्तार कर रही है। इसी के तहत प्रदेश के विभिन्न जिलों में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाखों मरीजों को निःशुल्क इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में केजीएमयू भी अत्याधुनिक सुविधाओं से मरीजों का इलाज करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

लारी, सीटीवीएस पर कम होगा मरीजों का दबाव

न्यू कॉर्डियोलॉजी विंग अत्याधुनिक उपकरणों से लैस है। इससे हृदय रोगों की जांच और इलाज पहले से कहीं अधिक सटीक और प्रभावी हो सकेगा। नई कार्डियोलॉजी विंग से लारी और सीटीवीएस विंग पर मरीजों का दबाव कम होगा। हृदय रोगियों को इलाज के लिए अलग-अलग विभागों में भटकना नहीं पड़ेगा। मरीजों को विभिन्न जांचों और एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी जैसी जटिल प्रक्रियाओं के लिए लंबा इंतजार से भी छुटकारा मिलेगा। केजीएमयू की न्यू कार्डियोलॉजी विंग न केवल तकनीकी दृष्टि से अत्याधुनिक है बल्कि यह प्रदेश के अन्य चिकित्सा संस्थानों के लिए एक आदर्श मॉडल भी बनेगी। सीएम योगी की यहां स्थापित तकनीक, उपकरण और कार्यप्रणाली को प्रदेश के अन्य बड़े अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में भी लागू करने की योजना है, जिससे प्रदेश भर में चिकित्सा सेवाओं का एकरूप और सशक्त नेटवर्क तैयार हो सके।

इन विश्वस्तरीय और आधुनिक चिकित्सा उपकरणों से लैस है न्यू कॉर्डियोलॉजी विंग

- स्टेट ऑफ आर्ट 2 कैथ लैब
- हाई एंड इकोकार्डियोग्राफी सिस्टम
- थ्री-डी ईको कार्डियोग्राफी मशीनें – 6
- बेड साइड मॉनिटर विद नर्सिंग स्टेशन – 96
- सिरिंज इन्फ्यूजन पंप – 120
- टेंपरेरी पेसिंग पेसमेकर – 25
- ओसोटी मशीन- एक
- टीएमटी मशीन –एक

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