-ऐसी अनेक सुविधाएं हैं, जो उत्तर प्रदेश में प्रथम बार शुरू कीं, और कर रहे
-राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (1 जुलाई 2025) पर पल्मोनरी विशेषज्ञ डॉ बीपी सिंह से खास बातचीत

सेहत टाइम्स
लखनऊ। 2005 में मुंशी पुलिया इंदिरा नगर स्थित सुख कॉम्प्लेक्स में एक छोटे क्लीनिक से शुरुआत करते हुए 2006 में डॉ दीपक अग्रवाल के साथ ग्लोब मेडिकेयर हॉस्पिटल की शुरुआत की इसके बाद 2013 में अपना निजी अस्पताल मिडलैंड हॉस्पिटल खड़ा करने वाले Pulmonologist छाती रोग विशेषज्ञ डॉ बीपी सिंह आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। डॉ सिंह को इतनी कम अवधि में जो ऊंचाइयां हासिल हुई हैं, उसके पीछे उनके द्वारा दिये जा रहे अत्याधुनिक उपचार हैं, ऐसे-ऐसे उपचार जो आज भी कम से कम यूपी में दूसरा कोई नहीं करता है।
ज्ञात हो समाज के प्रति चिकित्सकों के योगदान को देखते हुए प्रत्येक वर्ष 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। लखनऊ में पल्मोनरी क्षेत्र की अनेक सुविधाओं को शुरू करने वाले मिडलैंड हॉस्पिटल के संस्थापक डॉ बीपी सिंह से इस खास दिन ‘सेहत टाइम्स’ ने बात की। डॉ बीपी सिंह ने बताया कि अत्याधुनिक सुविधाओं का लाभ मरीजों तक जल्द से जल्द पहुंचे, यह कोशिश मैं हमेशा से करता आया हूं, कह सकते हैं कि यह मेरा पैशन है, यही वजह है कि ऐसी कई सुविधाएं हैं जिन्हें उत्तर प्रदेश और लखनऊ में पहली बार उपलब्ध कराने का सौभाग्य मुझे मिला।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में पहली बार एक्सक्लूसिवली पल्मोनरी विभाग को स्थापित करने वालों में वह (डॉ बीपी सिंह) शामिल रहे हैं। उन्होेंने बताया कि जब मैं 1995-1996 के आसपास पहली बार फील्ड में उतरा तो लखनऊ में पल्मोनरी से सम्बन्धित चिकित्सा कार्य रूटीन में नहीं होता था जैसे सीपेप (continuous positive airway pressure), बाईपेप (continuous positive airway pressure), एनआईवी Non-Invasive Ventilation का प्रयोग उन्होंने प्रारम्भ किया।

डॉ सिंह ने बताया कि इसके बाद 2008 में उन्होंने यूपी का पहला पल्मोनरी रिहैबिलिटेशन यूनिट बनाया। इन्टरवेंशनल पल्मोनरी विधा ब्रॉन्कोस्कोपी, लंग बायप्सी, जो आज की तारीख में देखभाल के दृष्टिकोण मे अच्छी मानी जाती है, इन सभी सुविधाओं को उन्होंने ही शुरू किया।उन्होंने बताया कि मध्य यूपी में EBUS (Endobronchial Ultrasound) की शुरुआत तथा यूपी में निजी क्षेत्र में सीपेट (Cardiopulmonary Exercise Testing) की सुविधा की शुरुआत भी उनके द्वारा की गयी थी। आज की तारीख में भी एडवांस्ड टेक्नोलॉजी वाले सीपेट (Cardiopulmonary Exercise Testing) की सुविधा पूरे यूपी में सिर्फ हमारे पास है। उन्होंने बताया कि रेस्पिरेटरी में एक्मो Extracorporeal Membrane Oxygenation सिस्टम का प्रयोग पहली बार मैंने ही किया। ज्ञात हो देश-विदेश के बड़े-बड़े संस्थानों में कोविड काल के दौरान ECMO का प्रयोग अत्यन्त लाभकारी सिद्ध हुआ था। उन्होंने बताया कि आज भी ट्रेकियो ब्रोन्कियल स्टेंटिंग Tracheo bronchial stenting तथा क्रायो लंग बायोप्सी Cryo Lung biopsy उत्तर प्रदेश में एसजीपीजीआई के अलावा हमारा अस्पताल ही नियमित रूप से कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पूरे उत्तर भारत में एक छत के नीचे पांच बेड की लेवल 1 स्लीप लैब की स्थापना का श्रेय भी हमें ही जाता है।
उन्होंने कहा कि मेरा सदैव प्रयास रहा है और रहेगा कि नागरिकों को सर्वाधिक लाभकारी उपचार जल्दी से जल्दी दे सकूं।
