-संगठित होकर अपनी आवाज पहुंचायेंगे शासन में, हॉस्पिटल संचालकों ने बैठक कर तय की भविष्य की रूपरेखा
सेहत टाइम्स
लखनऊ। लखनऊ के लगभग 100 हॉस्पिटल के संचालकों, जो कि सरकार की आयुष्मान योजना से जुड़े हैं, ने एक़जुट होकर एक़ सभा का आयोजन किया। रिवर बैंक कॉलोनी स्थित आईएमए भवन में आयोजित इस सभा में संचालकों ने आयुष्मान योजना के तहत किये गये इलाज का भुगतान समय पर न दिये जाने से होने वाली कठिनाइयों पर चर्चा की।


सभा के इन निर्णयों की जानकारी देने के लिए अधिकृत डॉ महेश पांडे और अनिकेत अनि ने बताया कि बैठक में सहमति बनी कि संचालकों को हो रही दिक्कतों के बारे में अपनी आवाज को सरकार तक पहुंचाने के लिए एक एसोसिएशन का गठन करके SACHIS के CEO और प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य को एक ज्ञापन दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना सरकार की एक़ सफल योजना है जिसमें करोड़ों लाभार्थी जो अपना इलाज कराने के लिए सक्षम नहीं हैं, उनको सरकार की तरफ से निःशुल्क सुविधा मिलती है और इसके लिए सरकार द्वारा प्राइवेट हॉस्पिटल को भी जोड़ा गया है, पर समस्या यह है कि प्राइवेट हॉस्पिटल के द्वारा नियम के अनुसार इलाज करने के बाद भी समय पर पेमेंट नहीं मिल रहा है, जिससे हॉस्पिटल संचालकों को संचालन में दिक्कतें आ रही हैं।
उन्होंने बताया कि इस समस्या को लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल के संचालकों की यह पहली बैठक थी। उन्होंने बताया कि मीटिंग के दौरान एसोसिएशन का नाम और एसोसिएशन की कार्यकारणी के कुछ सदस्यों का चुनाव भी किया गया जिसमें अध्यक्ष के लिए डॉ नीरज मिश्रा, सचिव के लिए डॉ श्वेता श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष के लिए डॉ इरफ़ान खान और संयुक्त सचिव के पद के लिए रिशु सिंह का नाम प्रस्तावित किया गया, उपस्थित सदस्यों द्वारा इस पर मोहर लगाकर सहमति दी गयी। सभा में आगामी 18 मार्च को अगली बैठक होना तय किया गया है। उन्होंने बताया कि जल्द ही एसोसिएशन को प्रदेश स्तर पर बड़ा करने के सन्दर्भ मे कार्य किया जाएगा।
