-एम्स जोधपुर में तीन दिवसीय कार्यशाला 18 से 20 अक्टूबर तक आयोजित हो रही
सेहत टाइम्स
लखनऊ। दिल्ली और केजीएमयू लखनऊ में सफलतापूर्वक अपनी सार्थकता सिद्ध करने के बाद अब तीसरी बार पीडियाट्रिक ट्रॉमा रीससाइटेशन मॉड्यूल Pediatric Trauma Resuscitation Module (PTRM) कोर्स अब राजस्थान में 18 से 20 अक्टूबर तक आयोजित किया जा रहा है। यह कोर्स में डॉ. नेहा ठाकुर, पीडियाट्रिक, डॉ. आर.एम.एल.-आई.एम.एस. और डॉ. समीर मिश्रा, ट्रॉमा सर्जरी विभाग, के.जी.एम.यू. द्वारा बनाया गया है। यह देश का पहला पीडियाट्रिक ट्रॉमा रीससाइटेशन मॉड्यूल है। तीसरा कोर्स पहली बार राजस्थान में डॉ. भास्कर चौधरी, एडिनल प्रोफेसर, इमरजेंसी मेडिसिन, AIIMS जोधपुर, के मार्गदर्शन में प्रारम्भ हुआ। इस कोर्स में 40 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं।
निदेशक AIIMS जोधपुर राजस्थान ने सराहना करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को ट्रॉमा रोगियों (बच्चों) के जीवन को बचाने की विधा सिखाई जाती है। इस प्रशिक्षण में श्वास मार्ग की निगरानी, श्वसन में कठिनाई, रक्त प्रवाह रोकने की तकनीकें, शॉक मैनेजमेंट, सिर और गर्दन की चोट की पहचान और उपचार, बच्चों की विशेष निगरानी, स्थिरीकरण का प्रोटोकॉल और तकनीकें, हॉस्पिटल नेटवर्किंग आदि का बहुत व्यापक और सरल रूप से प्रशिक्षण दिया जाता है जिससे कि बच्चों और नवजात शिशुओं में होने वाली गंभीर परिस्थितियों का तुरंत पता लगाकर उनका समय पर उपचार किया जा सके। इससे बच्चों में होने वाली मृत्यु दर को कम करने में मदद मिलती है।
इस कोर्स में केरल, दिल्ली, गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान के विभिन्न चिकित्सालयों के प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। डॉ. ओंकार जायसवाल, के.जी.एम.यू. और विभिन्न प्रदेशों से आए प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। साथ ही प्रो. सी.एम. सिंह ने डॉ. नेहा ठाकुर, पीडियाट्रिक, डॉ. आर.एम.एल.-आई.एम.एस., और डॉ. समीर मिश्रा, ट्रॉमा सर्जरी विभाग, के.जी.एम.यू. की सराहना करते हुए और भविष्य में इसी तरह के प्रशिक्षण कराने के लिए प्रोत्साहित किया।