-कुलपति के आश्वासन के बावजूद राजकीय अवकाश का वेतन काटे जाने से खासे खफा हैं कर्मचारी
सेहत टाइम्स
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में संविदा कर्मचारियों का गुस्सा आज 20 दिसम्बर को पूर्वान्ह फूट पड़ा, वादे के बावजूद राजकीय अवकाशों का भी वेतन काटे जाने का विरोध कर रहे कर्मचारियों ने ओपीडी से बहिष्कार शुरू करते हुए दूसरी जगहों पर भी काम ठप कर दिया। हर तरफ सिर्फ कर्मचारी एकता जिन्दाबाद, तानाशाही नहीं चलेगी जैसे नारेबाजी का शोर सुनायी पड़ रहा था।
आक्रोशित कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में कुलपति कार्यालय पहुंचकर घेराव किया। इसके बाद आक्रोशित कर्मचारी सीधे ट्रामा सेंटर पहुंचे जहां पर जोरदार नारेबाजी के साथ हंगामा होता रहा। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का कहना है कि एक तो समय से वेतन नहीं मिलता है कब मिलता है और ऊपर से उसमें भी कटौती कर ली जाती है जो कि न्यायोचित नहीं है पिछली बार भी अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि ऐसा नहीं होगा लेकिन इस माह फिर ऐसा हुआ।
इस बीच यहां आने वाले मरीज को भर्ती करना मुश्किल होने लगा, खड़ी एंबुलेंस में मरीज इंतजार कर रहे थे हालांकि बाद में कैजुअल्टी में अधिकारियों ने आकर प्रदर्शनकारियों से कहा कि हम लोग खुद काम करके मरीजों की भर्ती करेंगे। धीरे धीरे ट्रॉमा सेंटर के दूसरे गेट से मरीजों को ले जाना शुरू हुआ। इस बीच कुछ मरीज वापस भी लौट गए। केजीएमयू प्रशासन की ओर से प्रदर्शनकारियों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया गया है, कुछ लोग वार्ता के लिए रवाना हुए जबकि बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी प्रमोशन ट्रॉमा सेंटर के अंदर वाले गेट के सामने के मुख्य द्वार पर रुक गए। इस बीच पुलिस प्रशासन के भी अधिकारी प्रदर्शनकारियों को समझाते देखे गए कुल मिलाकर खबर लिखे जाने तक उहापोह और अफरा तफरी की स्थिति बनी हुई थी।