-केएसएसएसआई में आईवी केयर, सैम्पल कलेक्शन की सर्वोत्तम प्रथाओं पर एक व्यावहारिक कार्यशाला का आयोजन 25 सितम्बर को
-संविदा पर तैनात नर्सिंग व ओटी स्टाफ को प्रशिक्षित करने के लिए किया जा रहा आयोजन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। यहां स्थित कल्याण सिंह अति विशिष्ट कैंसर संस्थान केएसएसएसआई में मरीजों के हितों को ध्यान में रखते हुए जांच के लिए लिये जाने वाले सैम्पल कलेक्शन से संबंधित सभी जानकारियों के कल 25 सितम्बर को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया है।
यह एकेडमिक पहल माइक्रोबायोलॉजी विभाग, ओपीडी एवं आईपीडी विभागाध्यक्षों के सहयोग से कर रहा है। कार्यशाला का आयोजन अपरान्ह सवा दो बजे ओपीडी ब्लॉक के द्वितीय तल पर डीएमजी रूम में किया जायेगा। पहली बार आईवी केयर, सैम्पल कलेक्शन की सर्वोत्तम प्रथाओं पर एक व्यावहारिक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है, इस कार्यक्रम का उद्देश्य सविंदा कर्मचारियों को सक्षम बनाना है जिससे मरीजों की अच्छी तरह से देख-भाल हो सके और मरीजों के सैम्पल कलेक्शन में होने वाली असावधानियों से बचा जा सके। इस कार्यक्रम का आयोजन एक घण्टे के लिए किया जाएगा, कार्यक्रम में नर्सिंग और ओटी स्टाफ को सैम्पल कलेक्शन के लिए सक्षम बनाया जायेगा, जो चाय, मूल्यांकन और प्रमाण-पत्र के वितरण के साथ समाप्त होगा। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संस्थान के निदेशक डॉ आरके धीमन तथा अति विशिष्ट अतिथि संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ देवाशीष शुक्ला होंगे।
डा0 देवाशीष शुक्ला के मुताबिक पूर्व विश्लेषणात्मक त्रुटियों के परिणामस्वरूप अनावश्यक जांच या अनुचित रोगी देखभाल का अनुमान लगाया जाता है इस प्रकार की कार्यशाला के आयोजन से सैम्पल कलेक्शन में होने वाली असावधानियों से बचा जा सकेगा। उनके अनुसार इस प्रकार के आयोजन समय-समय पर संस्थान में होते रहेंगे, जो मरीजों के लिए लाभदायक होंगे।
माइक्रोबायोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मनीषा गुप्ता ने बताया कि पूर्व विश्लेषणात्मक चरणों मे रोगी की तैयारी, नमूना संग्रह, नमूना परिवहन, नमूना तैयार करना और नमूना भंडारण शामिल है। नर्सिंग स्टाफ को सर्वोत्तम प्रथाओं में पारंगत होना चाहिए। ओपीडी विभागाध्यक्ष डॉ रूचि सक्सेना ने कहा है कि सही प्रशिक्षण, उचित गुणवत्तायुक्त नियंत्रण उपाय से मरीजों की देखभाल और बेहतर हो सकेगी।