-स्वास्थ्य महानिदेशालय में स्थापित होप कमांड सेंटर का डिप्टी सीएम ने किया उद्घाटन
-प्रदेश के 107 अस्पताल सीसी कैमरों से लैस, अगले चरण में जुड़ेंगे सीएचसी-पीएचसी
सेहत टाइम्स
लखनऊ। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने आज 24 अगस्त को यहां स्थित स्वास्थ्य महानिदेशालय में स्थापित HOPE (हेल्थ ऑनलाइन पैरामीटर इवैल्यूएशन) कमांड सेंटर का शुभारंभ किया। इस केंद्र के जरिए उत्तर प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में मरीजों को मिलने वाली इलाज संबंधी सभी सेवाओं की राउंड द क्लॉक मॉनिटरिंग की जा सकेगी। प्रदेश के 107 जिला अस्पताल सीसी कैमरों से लैस हो गए हैं।
पीरामल फाउंडेशन एवं यूपीटीएसयू के त्रिपक्षीय समझौते के तहत बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से भवन के चतुर्थ तल पर यह सेंटर स्थापित किया गया है। कमांड सेंटर का प्रमुख कार्य मॉनिटरिंग एवं प्रदेश से प्रतिदिन आने वालीं संक्रामक रोगों से संबंधित कॉलों का निराकरण करना है।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि होप केंद्र इन चिकित्सालयों में मरीजों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने में मदद करेगा। फिलहाल जिला अस्पतालों में यह नेटवर्क स्थापित किया गया है। बहुत जल्द सीएसची-पीएचसी को भी इस नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। होप में सभी हेल्थ पोर्टल्स एवं मोबाइल एप्स के लिए समसामयिक (रीयल टाइम) डैशबोर्ड है। जैसे ई-सुश्रुत, ई-कवच, ई-औषधि, ई-संजीवनी आदि। राष्ट्रीय डिजीटल स्वास्थ्य मिशन (एनडीएचएम) को भी इस नेटवर्क में शामिल किया गया है।
डिप्टी सीएम ने बताया कि होप के संचालन से चिकित्सालयों में प्रतिदिन आने वाली समस्याओं का रीयल टाइम मैनेजमेंट द्वारा निराकरण किया जाएगा। होप केंद्र का मुख्य कार्य निगरानी, डेटा का विश्लेषण एवं दूरस्थ केंद्रों को उच्च स्तर की स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रदान करना है। होप नेटवर्क में शामिल एकीकृत डैशबोर्ड स्वास्थ्य संबंधी डेटा को एकत्रित करने का कार्य करेगा। जैसे स्वास्थ्य संकेतक, अस्पतालों में रोगियों की आमद और उपचार, स्वास्थ्य हेल्प लाइन पर आने वाली कॉलों का विश्लेषण, फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं (आशा एवं एएनएम) की कार्य समीक्षा, क्षमता वर्धन और राज्य में आवश्यक दवाओं की उपलब्धता और उपयोग की जानकारी अपलोड रहेगी।
उद्घाटन समारोह में चिकित्सा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, प्रमुख सचिव पार्थसारथी सेन शर्मा, सचिव रंजन कुमार, महानिदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. दीपा त्यागी, मिशन निदेशक डॉ. पिंकी जोवेल, डॉ. राजा गणपति आर, उप निदेशक (बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन) डॉ. देवेंद्र खंडैत आदि मौजूद रहे।