-‘नशामुक्त समाज आंदोलन-अभियान कौशल का’ के तहत कौशल किशोर दिला रहे 5 करोड़ भारतीयों को नशा छोड़ने का संकल्प
सेहत टाइम्स
लखनऊ। ‘नशामुक्त समाज आंदोलन-अभियान कौशल का’ के तहत वर्ष-2023 को नशामुक्त बनाना है। नववर्ष के अवसर पर 5 करोड़ भारतीयों को आजीवन नशामुक्त रहने का संकल्प करवाना है। आगामी 31 दिसम्बर शाम 4 बजे जन जागरूकता के लिए कैंडल मार्च निकलेगा।
यह बात नशामुक्त आंदोलन के प्रणेता एवं केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने बीती रात अपने बेगरिया आवास, दुबग्गा में आयोजित नशामुक्त सेनानियों की एक विशेष बैठक में कही। उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर को शाम 4 बजे “नशामुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का” के तहत सुभाष चौक/परिवर्तन चौक से जीपीओ/गांधी प्रतिमा तक कैंडल मार्च होगा। इसमें 2023 लोग हाथ में मोमबत्ती अथवा दीया लेकर थर्टी फस्ट की नाइट को नशामुक्त बनाने की अपील करेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने अपने आवास पर आए सैकड़ों नशामुक्त सेनानियों से कहा कि अगले 9 साल में भारत को नशामुक्त देश बनाना है। उनके द्वारा वर्ष 2020 में छेड़ा गया आंदोलन अब ज़न आंदोलन बन गया है। देश के अधिकांश राज्यों में यह आंदोलन गतिमान है। इस आंदोलन को तेज रखने की जिम्मेदारी लखनऊ पर है क्योंकि, नशामुक्त समाज आंदोलन का जन्म यहां पर हुआ है।
इस विशेष बैठक में मोहनलालगंज विधायक अमरीश रावत, भाजपा नेता संजय सिंह, सदाशिव मिश्रा, आंदोलन के जिला प्रभारी अनिल अग्रवाल, बीकेटी ब्लॉक प्रभारी नागेन्द्र बहादुर सिंह चौहान, केके अवस्थी, डॉ. प्रियंका मौर्या सहित भाजपा के कई वरिष्ठ कार्यकर्ता व आंदोलन के अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे।