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लोगों के स्वास्थ्य और राजस्व दोनों के लिए बेहद घाटे का सौदा है तम्बाकू की बिक्री

-केजीएमयू गूंज ने की ‘मिशन नो स्मोकिंग कैंपस’ अभियान की शुरुआत


-विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर के जी एम यू में आयोजित हुआ कार्यक्रम

सेहत टाइम्स
लखनऊ।
तंबाकू की बिक्री और इसका सेवन व्यक्ति के स्वास्थ्य और सरकार के राजस्व दोनों के लिए खासा हानिकारक सौदा है। ऐसे में सिर्फ और सिर्फ बेहतरी इसी में है कि तंबाकू और उसके उत्पाद पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाया जाए।

यह विचार किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेडियो स्टेशन केजीएमयू गूंज द्वारा आज 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर केजीएमयू के कलाम सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में कही गई। इस मौके पर ‘मिशन नो स्मोकिंग कैंपस’ अभियान की शुरुआत करने की घोषणा भी की गई। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य केजीएमयू परिसर को धूम्रपान मुक्त परिसर बनाना है।

कार्यक्रम में केजीएमयू के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन पुरी ने कहा कि डब्ल्यूएचओ का पूरे विश्व के साथ इस दिन को मनाने का उद्देश्य साफ है कि तंबाकू विश्व में कितना लोगों को और पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रही है। डॉक्टर पुरी ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि हम केजीएमयू परिसर को एक ऐसा परिसर बनाएं जहां पर तंबाकू का इस्तेमाल हम प्रतिबंधित कर पाएं।

रेडियो केजीएमयू गूंज का इस विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर मिशन नो स्मोकिंग कैंपस शुरू करते हुए कुलपति ने कहा कि रेडियो स्टेशन का यह बहुत ही अच्छा प्रयास है कि हम सभी लोगों की मदद से परिसर को एक नो स्मोकिंग कैंपस बनाने की मुहिम छेड़ रहे हैं। रेडियो केजीएमयू गूंज को बधाई देते हुए उन्होंने यह भी कहा के तंबाकू केवल हमारे स्वास्थ्य को ही नुकसान नहीं पहुंचाता बल्कि हमारी सोचने समझने की क्षमता और हमारे माहौल को भी खराब करता है। उन्होंने कहा कि 20 तरह के कैंसर केवल तंबाकू के इस्तेमाल से होते हैं। कुलपति ने बताया कि कई बार ऑपरेशन करने पर धूम्रपान इस्तेमाल करने वाले व्यक्तियों के काले फेफड़ों का रंग देख कर ऐसा लगता है कि व्यक्ति अपनी जिंदगी के साथ खुद खिलवाड़ कर रहा है जबकि वह व्यक्ति जो धूम्रपान नहीं करता है उसके फेफड़ों का रंग एकदम गुलाबी होता है।


इस मौके पर रेडियो केजीएमयू के अधिशासी अधिकारी प्रो विनोद जैन ने कहा कि हमारा मकसद लोगों को उन तथ्यों के बारे में बता कर जागरूक करना है जिसके चलते वह अपनी जिंदगी से प्यार कर पाए। उन्होंने तंबाकू की शुरुआत बताते हुए कहा कि वास्कोडिगामा ने एक बार तंबाकू को एक चमत्कारिक औषधि के रूप में देखा था जहां कुछ लोग उसके धुएं का इस्तेमाल केवल इसलिए कर रहे थे कि दिन भर की थकावट से वह उनको आराम पहुंचाता है और आगे चलकर इसके नुकसान और इसकी घातकता को देखते हुए आज परिणाम यह है कि प्रतिवर्ष लगभग 80 लाख लोगों की मृत्यु केवल तंबाकू के सेवन से हो जाती है।


मशहूर टाइटेनिक जहाज का उदाहरण देते हुए प्रोफेसर जैन ने कहा कि जितने व्यक्ति टाइटेनिक जहाज में डूब कर मर गए थे उसके दोगुने व्यक्ति हर रोज केवल तंबाकू के इस्तेमाल से ही काल के गाल में समा जाते हैं। साथ ही प्रोफ़ेसर ने यह भी कहा कि लोगों का मानना है कि तंबाकू का उत्पादन और उसका काम लोगों को रोजगार प्रदान करता है इसी जबकि अगर हम तथ्यों की बात करें तो हर साल 35600 करोड़ रुपए की आमदनी तंबाकू से होती है जबकि इसके नुकसान की अगर बात करें तो हमारा इस पर खर्चा लगभग 104500 करोड़ रुपए होता है जो कि लगभग आमदनी का 3 गुना है।

इसके साथ ही सिगरेट पीने वालों को हिदायत देते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से व्यक्ति सिगरेट को पी रहे हैं उससे 60 करोड़ पेड़ हर साल कट जाते हैं। एक व्यक्ति अगर 300 सिगरेट पीता है तो समझिए कि उसने एक पेड़ को काट दिया है तो कल्पना कीजिए कि कितने व्यक्ति कितने ही पेड़ों को लगातार काटने के जिम्मेदार हैं।


उन्होंने कहा कि 2 अरब 20 करोड़ टन पानी की बर्बादी केवल तंबाकू के इस्तेमाल से होती है। जिस सिगरेट के बचे हुए हिस्से को हम यूं ही फेंक देते हैं वह 10 साल तक पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है। प्रोफेसर जैन ने – सीधा तंबाकू कंपनियों पर प्रहार करते हुए कहा, कि हमें लगता है कि यह तंबाकू उत्पादन कंपनियां देश के हित में काम नहीं कर रहीं हैं।
रेडियो केजीएमयू के बारे में बात करते हुए प्रोफेसर जैन ने कहा कि हमारा यह प्रयास है कि हम रेडियो केजीएमयू गूंज के जरिए इस विश्वविद्यालय परिसर को नो स्मोकिंग कैंपस बनाएंगे और इसकी शुरुआत शताब्दी हॉस्पिटल से आज कुलपति के निर्देशन में शुरू हो गई है। तंबाकू निषेध दिवस के इस कार्यक्रम में प्रति कुलपति प्रो0 विनीत शर्मा, चीफ प्रॉक्टर प्रो0 क्षितिज श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो0 एस0 एन0 संखवार ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए केजीएमयू गूँज 89.6 मेगाहर्ट्स का मिशन नो स्मोकिंग कैंपस की सराहना की।
प्रोफेसर विनोद जैन ने सभागार में उपस्थित सभी को धूम्रपान न करने और उसे रोकने की शपथ भी ग्रहण करवाई । धन्यवाद ज्ञापन प्रो0 समीर मिश्रा के द्वारा तथा कार्यक्रम का सफल संचालन रेडियो केजीएमयू गूंज की स्टेशन मैनेजर शालिनी गुप्ता द्वारा किया गया।


इस मौके पर सभागार में प्रो0 अरुण चतुर्वेदी, प्रो0 भूपेंद्र सिंह, रेडियो केजीएमयू गूंज के प्रोग्रामिंग हेड विनय सक्सेना, आरजे सुरभि, आरजे शिवाय, आरजे प्रतिमा, दीपक दीक्षित, राजेश कुमार गुप्ता, अभिषेक यादव, राघवेंद्र कुमार शर्मा, मंजरी, पैरामेडिकल की तमाम फैकल्टी, विद्यार्थियों के साथ-साथ सुरक्षा एजेंसी के व्यक्तियों की टीम उपस्थित रही।

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